
#पलामू #पुलिस_कार्रवाई : मनातू थाना के सहायक अवर निरीक्षक अनीष राज को अनुशासनहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया
- मनातू थाना के सहायक अवर निरीक्षक अनीष राज को अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड किया गया।
- यह कार्रवाई पलामू एसपी रेशमा रमेशन द्वारा की गई और मामले की जांच के बाद निष्पक्ष निर्णय लिया गया।
- अनीष राज को मनातू के ग्रामीणों से अवैध वसूली और डराने-धमकाने के आरोप में चिन्हित किया गया।
- निलंबन की कार्रवाई तत्काल प्रभाव से लागू की गई और पुलिस विभाग को ग्रामीणों का विश्वास बनाए रखने का संदेश दिया।
- एसपी रेशमा रमेशन की पहल से पुलिस महकमे में ईमानदारी और अनुशासन कायम रखने का प्रयास किया गया।
पलामू जिले में मनातू थाना के सहायक अवर निरीक्षक अनीष राज के खिलाफ अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि होने के बाद पलामू एसपी रेशमा रमेशन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अनीष राज पर आरोप था कि वह मनातू और आसपास के दूरदराज इलाकों में दबंगाई करते हुए ग्रामीणों से अवैध वसूली करता था और अपने पद का दुरुपयोग करता था। इसकी शिकायत और आवेदन मिलने के बाद एसपी ने मामले की गंभीरता से जांच कर कार्रवाई की।
एसपी रेशमा रमेशन की कार्रवाई
पलामू एसपी रेशमा रमेशन ने कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासन और ईमानदारी बनाए रखना सर्वोपरि है। जांच में पाया गया कि अनीष राज ने अपने पद का दुरुपयोग किया और ग्रामीणों के साथ गलत व्यवहार किया।
एसपी रेशमा रमेशन ने कहा: “अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह निलंबन इस बात का संदेश है कि पुलिस विभाग हमेशा नागरिकों के विश्वास पर खरा उतरेगा।”
अनीष राज पर लगे आरोप
सूत्रों के अनुसार, अनीष राज मनातू थाना के आसपास के सुदूर इलाकों में दबंगाई करता था। ग्रामीणों से अवैध वसूली की जाती थी और कई बार मारपीट कर डराने-धमकाने की प्रवृत्ति पाई गई। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ कि पुलिस विभाग अब अपने कर्मियों के खिलाफ भी कठोर कदम उठा रहा है।
एक स्थानीय सूत्र ने कहा: “अनीष राज ने कई ग्रामीणों से अनुचित तरीके से पैसे वसूले और डर का माहौल बनाया। एसपी रेशमा रमेशन की कार्रवाई से अब लोगों का भरोसा पुलिस पर बढ़ेगा।”
पुलिस महकमे में संदेश
यह निलंबन न केवल अनीष राज के खिलाफ कार्रवाई है, बल्कि पूरे पुलिस महकमे को अनुशासन और ईमानदारी का संदेश देने के लिए भी है। एसपी रेशमा रमेशन ने यह सुनिश्चित किया कि पुलिस विभाग ग्रामीणों के विश्वास पर खरा उतरे और गलत कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।
न्यूज़ देखो: पलामू पुलिस विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता का मजबूत संदेश
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसपी रेशमा रमेशन की पहल से ग्रामीणों का पुलिस पर विश्वास बढ़ेगा और अन्य अधिकारियों को भी अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से करने का संदेश मिलेगा।
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ग्रामीणों और प्रशासन के बीच भरोसेमंद संबंध का महत्व
यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी केवल नियम पालन तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के प्रति जवाबदेही निभाना भी है। ग्रामीणों के हित में यह जरूरी है कि वे अपनी समस्याओं को उचित माध्यम से उजागर करें और प्रशासन पर विश्वास बनाए रखें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और समुदाय में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दें।




