
#मनिका #जनसुविधा : विधायक रामचंद्र सिंह ने प्रखंड कार्यालय व डिग्री कॉलेज परिसर में कैफे का उद्घाटन किया।
लातेहार जिले के मनिका प्रखंड में जनसुविधाओं के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। मनिका विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामचंद्र सिंह ने प्रखंड कार्यालय परिसर और डिग्री कॉलेज में पलाश दीदी कैफे का उद्घाटन किया। इस कैफे के माध्यम से छात्रों, शिक्षकों, अधिकारियों और आम नागरिकों को उचित दर पर नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल न केवल सुविधा बढ़ाने वाली है, बल्कि स्थानीय पोषक खाद्य परंपराओं को भी बढ़ावा देने वाली मानी जा रही है।
- मनिका प्रखंड कार्यालय परिसर और डिग्री कॉलेज में पलाश दीदी कैफे का उद्घाटन।
- विधायक रामचंद्र सिंह ने फीता काटकर की शुरुआत।
- छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों को कम दर पर भोजन की सुविधा।
- मड़वा आधारित पारंपरिक आहार को मिलेगा बढ़ावा।
- उपायुक्त लातेहार के निर्देश पर हुई व्यवस्था।
- कार्यक्रम में प्रशासनिक व राजनीतिक प्रतिनिधि रहे उपस्थित।
मनिका प्रखंड में बुधवार को पलाश दीदी कैफे के उद्घाटन के साथ ही क्षेत्र में शिक्षा और प्रशासन से जुड़े लोगों को बड़ी राहत मिली है। लंबे समय से डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और शिक्षक खाने-पीने की उचित व्यवस्था के अभाव में परेशानी झेल रहे थे। वहीं प्रखंड और अंचल कार्यालय आने वाले आम लोगों को भी नाश्ता और भोजन के लिए बाहर जाना पड़ता था। अब कैफे के शुरू होने से यह समस्या काफी हद तक दूर होने की उम्मीद जताई जा रही है।
जनसुविधा को लेकर विधायक की पहल
उद्घाटन अवसर पर विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि डिग्री कॉलेज परिसर में कैफे खुलने से यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों और शिक्षकों को कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को खाने-पीने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, जिसका सीधा असर उनकी पढ़ाई और दिनचर्या पर पड़ता था।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रखंड और अंचल कार्यालय में काम से आने वाले लोगों तथा यहां पदस्थापित अधिकारियों और कर्मचारियों को भी भोजन के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था। अब पलाश दीदी कैफे के माध्यम से सभी को एक ही परिसर में उचित दर पर नाश्ता और भोजन की सुविधा मिल सकेगी।
पारंपरिक आहार को मिलेगा नया जीवन
विधायक रामचंद्र सिंह ने अपने संबोधन में स्थानीय कृषि और पारंपरिक भोजन की महत्ता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मनिका और आसपास के क्षेत्रों में मड़वा की फसल धीरे-धीरे लुप्त होने की कगार पर पहुंच गई थी। लेकिन पलाश दीदी कैफे के माध्यम से मड़वा की रोटी, लड्डू जैसे पौष्टिक पारंपरिक आहार लोगों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
उनका मानना है कि इससे न केवल लोगों के स्वास्थ्य को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय किसानों को भी अपनी उपज के लिए नया बाजार मिलेगा। यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पोषण दोनों को मजबूती देने वाली है।
प्रशासनिक समन्वय से हुई व्यवस्था
इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि लातेहार जिले में यह एकमात्र डिग्री कॉलेज है, जहां लंबे समय से खाने-पीने की समुचित व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने कहा कि जब उपायुक्त लातेहार निरीक्षण के दौरान कॉलेज पहुंचे थे, तब उन्होंने स्वयं छात्रों की समस्याओं को देखते हुए भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।
उपायुक्त के निर्देश के आलोक में कॉलेज प्रबंधन और पलाश दीदी समूह के साथ समन्वय बनाकर इस कैफे की व्यवस्था की गई। इसका उद्देश्य यह है कि कॉलेज के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को स्वच्छ, सस्ता और पौष्टिक भोजन नियमित रूप से उपलब्ध कराया जा सके।
महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कदम
पलाश दीदी कैफे केवल भोजन की सुविधा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं के लिए आजीविका का माध्यम भी है। दीदियों द्वारा संचालित यह कैफे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है। स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के साथ-साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में यह मॉडल सहायक सिद्ध हो सकता है।
कार्यक्रम में रहे कई गणमान्य उपस्थित
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान कई प्रशासनिक, राजनीतिक और सामाजिक प्रतिनिधि मौजूद रहे। इनमें अंचलाधिकारी अमन कुमार, विधायक प्रतिनिधि दरोगी प्रसाद यादव, बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष विश्वनाथ पासवान, कांग्रेस ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष रंजीत प्रसाद साहू, जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र भारती, यूथ कांग्रेस जिला महासचिव मिथिलेश पासवान, बृंदबिहारी प्रसाद यादव, संजय सिंह, समाजसेवी अख्तर अंसारी, मनोज यादव सहित अन्य लोग शामिल थे।
सभी उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे जनहित में एक उपयोगी कदम बताया।
छात्रों और आम लोगों को राहत की उम्मीद
कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि कैफे खुलने से उन्हें काफी सुविधा होगी। अब पढ़ाई के बीच भोजन के लिए बाहर जाने की मजबूरी नहीं रहेगी। वहीं प्रखंड कार्यालय आने वाले ग्रामीणों को भी काम के दौरान सस्ते और सुरक्षित भोजन का विकल्प मिल सकेगा।
न्यूज़ देखो: सुविधा, पोषण और स्वावलंबन का संगम
पलाश दीदी कैफे की शुरुआत यह दिखाती है कि छोटी-छोटी पहलें भी बड़े बदलाव ला सकती हैं। यह कदम शिक्षा, प्रशासनिक सुविधा, पोषण और महिला सशक्तिकरण—चारों को एक साथ जोड़ता है। अब यह देखना अहम होगा कि ऐसी पहलें अन्य प्रखंडों और संस्थानों तक कैसे पहुंचती हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जनसुविधा से जनविश्वास तक
जब प्रशासन, जनप्रतिनिधि और स्थानीय समूह मिलकर काम करते हैं, तब योजनाएं जमीन पर असर दिखाती हैं। पलाश दीदी कैफे इसका उदाहरण है।
आइए, ऐसी सकारात्मक पहलों को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएं। अपनी राय साझा करें, खबर को दूसरों तक पहुंचाएं और स्थानीय स्तर पर हो रहे अच्छे कार्यों को समर्थन दें, ताकि विकास और सुविधा का यह सिलसिला निरंतर चलता रहे।





