
#बरवाडीह #सांस्कृतिक_कार्यक्रम : 19 नवंबर को होने वाले कव्वाली मुकाबले की तैयारी नेशनल सोशल यूथ कमेटी बेतला, पोखरी और बरवाडीह के संयुक्त तत्वावधान में जोरों पर—स्थल को सजाने-संवारने का काम जारी।
- बरवाडीह (लातेहार) में 19 नवंबर को होगा कव्वाली मुकाबला।
- आयोजन नेशनल सोशल यूथ कमेटी बेतला, पोखरी और बरवाडीह के संयुक्त तत्वावधान में।
- कमेटी सदस्यों ने कार्यक्रम स्थल पर जेसीबी से समतलीकरण और सफाई अभियान शुरू किया।
- नसीम अंसारी, एनामुल हक, मो सईद, अब्दुल हलीम, समशूल अंसारी रहे सक्रिय।
- कार्यक्रम में हजारों की भीड़ उमड़ने की संभावना, पुख्ता इंतजाम की तैयारी।
- अध्यक्ष समशूल अंसारी ने कहा—समय कम है, लेकिन तैयारी पूरी मजबूती से जारी है।
बरवाडीह में आगामी 19 नवंबर को आयोजित होने वाले कव्वाली मुकाबले को लेकर तैयारियां तेज़ हो गई हैं। नेशनल सोशल यूथ कमेटी बेतला, पोखरी और बरवाडीह के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्थल को सजाने-संवारने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
स्थल पर जुटे कमेटी सदस्य
रविवार को कमेटी के कई सदस्य कार्यक्रम स्थल पर जुटे और तैयारी कार्यों की निगरानी की। नसीम अंसारी, एनामुल हक, मो सईद, अब्दुल हलीम और समशूल अंसारी ने जेसीबी मशीन की मदद से भूमि समतलीकरण कार्य करवाया। इसके साथ ही स्थल के चारों ओर फैली झाड़ियों और झुरमुटों की सफाई भी की गई, ताकि दर्शकों के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
कमेटी अध्यक्ष समशूल अंसारी ने कहा: “समय काफी कम है, लेकिन हमारी टीम पूरी मेहनत से तैयारी में जुटी है। इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल होंगे, इसलिए सभी आवश्यक इंतजाम करना हमारी प्राथमिकता है।”
आयोजन की व्यापक तैयारी
कमेटी के सदस्यों ने बताया कि कव्वाली मुकाबले में कई जिलों से नामचीन कव्वालों को आमंत्रित किया गया है। मंच, साउंड सिस्टम, बैठने की व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है।
स्थानीय युवाओं की टीम लगातार मैदान में जुटी है ताकि आयोजन का हर पहलू व्यवस्थित रहे।
जनता में उत्साह
आगामी कव्वाली मुकाबले को लेकर बरवाडीह और आसपास के इलाकों में लोगों में खासा उत्साह है। धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल में आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम सामाजिक एकता का प्रतीक माना जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे आयोजन से समाज में भाईचारे और आपसी सद्भाव का संदेश फैलता है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा: “हम हर साल इस कार्यक्रम का इंतजार करते हैं। यह सिर्फ संगीत का मुकाबला नहीं, बल्कि एकता और संस्कृति का उत्सव है।”
न्यूज़ देखो: सांस्कृतिक आयोजनों से बढ़ता है सामाजिक समरसता का भाव
बरवाडीह में आयोजित होने वाला यह कव्वाली मुकाबला केवल मनोरंजन नहीं बल्कि सामाजिक एकजुटता का प्रतीक है। ऐसे आयोजन लोगों के बीच भाईचारा और सांस्कृतिक जुड़ाव बढ़ाने का माध्यम बनते हैं। स्थानीय प्रशासन और युवाओं का यह प्रयास समाज में सकारात्मक संदेश देने वाला कदम है।
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संस्कृति से जुड़ें, समाज को जोड़ें
कव्वाली जैसे सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेना केवल आनंद का नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने का भी प्रतीक है। ऐसे कार्यक्रम हमारी परंपरा को जीवित रखते हैं और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं।
संगीत से जोड़ें, सद्भाव फैलाएं
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