
#विश्रामपुर #कृषि_विभाग : बीज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज — किसानों के हक की रक्षा की मांग।
- विश्रामपुर प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र शुक्ला ने कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की से की मुलाकात।
- प्रखंड कार्यालय में फैली अनियमितता और बीज वितरण में धांधली की दी जानकारी।
- मंत्री को विश्रामपुर आने का निमंत्रण देकर जांच की मांग की गई।
- उद्देश्य — किसानों को सही बीज और सरकारी सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित करना।
- मामले की जांच के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की उम्मीद।
पलामू जिले के विश्रामपुर प्रखंड में बीज वितरण को लेकर उठ रहे सवाल अब राजनीतिक स्तर तक पहुंच गए हैं। प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष सह बीस सूत्री उपाध्यक्ष रविन्द्र शुक्ला उर्फ गुड्डू शुक्ला ने झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की से मुलाकात की और प्रखंड कार्यालय में चल रही गंभीर अनियमितताओं और बीज वितरण में धांधली की शिकायत दर्ज कराई।
कृषि मंत्री को विश्रामपुर आने का आमंत्रण
रविन्द्र शुक्ला ने कृषि मंत्री को बताया कि विश्रामपुर प्रखंड कार्यालय में किसानों के बीच बीज वितरण की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है। कई किसानों को मानक गुणवत्ता वाले बीज नहीं मिल रहे हैं, जबकि कुछ जगहों पर बीज वितरण सूची में गड़बड़ी की गई है।
उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि वे स्वयं विश्रामपुर पहुंचकर जांच करें, ताकि वास्तविक स्थिति सामने आ सके।
रविन्द्र शुक्ला ने कहा: “किसान हमारी रीढ़ हैं। जब उन्हें सही समय पर सही बीज और सरकारी सहायता नहीं मिलेगी, तो कृषि विकास का लक्ष्य अधूरा रह जाएगा। हम चाहते हैं कि मंत्री महोदय स्वयं आकर सच्चाई देखें।”
किसानों के हित में सख्त कदम की मांग
शुक्ला ने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल अनियमितता का नहीं, बल्कि किसानों के अधिकारों के हनन का है। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से बीज वितरण में पक्षपात और मनमानी की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा: “अगर जांच हुई तो कई ऐसे नाम सामने आएंगे जो किसानों के हक पर डाका डाल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, हम आवाज उठाते रहेंगे।”
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने दिया आश्वासन
सूत्रों के अनुसार, कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने रविन्द्र शुक्ला की शिकायत को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार किसानों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है और किसानों को किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कृषि मंत्री ने कहा: “राज्य सरकार पारदर्शी कृषि व्यवस्था की पक्षधर है। अगर विश्रामपुर में किसी प्रकार की धांधली हुई है, तो जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।”
किसानों में उम्मीद की नई किरण
इस मुलाकात के बाद विश्रामपुर के किसानों में उम्मीद की नई किरण जगी है। स्थानीय किसानों ने कहा कि यदि मंत्री स्तर से जांच होती है, तो बीज वितरण में पारदर्शिता आएगी और किसानों को समय पर सही सुविधा मिलेगी।
कई किसानों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि अब उनकी आवाज ऊंचे स्तर तक पहुंच चुकी है।
न्यूज़ देखो: किसानों की आवाज़ को मिला सशक्त मंच
विश्रामपुर से उठी यह शिकायत केवल एक प्रखंड की समस्या नहीं, बल्कि राज्य की कृषि व्यवस्था में पारदर्शिता की कमी की ओर इशारा करती है।
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देना किसानों के हक में एक सकारात्मक संकेत है।
ज़रूरत इस बात की है कि जांच निष्पक्ष और शीघ्र हो — ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे और हर किसान को उसका अधिकार मिले।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
किसान की ताकत, देश की प्रगति
किसानों के अधिकारों की रक्षा करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
अगर आप भी किसी सरकारी योजना या वितरण में गड़बड़ी देखते हैं, तो चुप न रहें — आवाज उठाएं।
आपकी एक सूचना कई किसानों के जीवन में बदलाव ला सकती है।
जागरूक बनें, जिम्मेदार नागरिक बनें — और इस खबर को साझा कर दूसरों को भी सचेत करें।
कमेंट करें, अपनी राय दें और किसानों की आवाज़ को और बुलंद करें।




