
हाइलाइट्स :
- रांची के मेन रोड पर ईद बाजार लगाने का मामला विधानसभा में उठा
- विधायक सीपी सिंह ने पुलिस और सरकार पर उठाए सवाल
- पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने किया प्रशासन के निष्क्रियता का जिक्र
- मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने भाजपा के आरोपों को खारिज किया
- विपक्ष ने ईद पर अतिक्रमण, छठ और अन्य त्योहारों में दोहरी नीति का लगाया आरोप
विधानसभा में गरमाया मुद्दा
शुक्रवार को झारखंड विधानसभा में रांची के मेन रोड पर सड़क अवरुद्ध कर ईद बाजार लगाने का मामला जोरदार तरीके से उठाया गया। इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखी गई। रांची के विधायक सीपी सिंह ने सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए झारखंड पुलिस और सरकार के कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।
सीपी सिंह का तीखा बयान
विधायक सीपी सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार की पुलिस केवल ईद के समय मेन रोड को अवरुद्ध कर बाजार सजाने देती है, जबकि छठ पूजा के समय ऐसा करने से मना कर देती है। उन्होंने कहा कि जब होली के मौके पर रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा हुड़दंगियों को ’10 फीट जमीन में गाड़ने’ की चेतावनी देते हैं, तो हिंदपीढ़ी में बच्ची से दुष्कर्म होने पर पुलिस की यह सख्ती क्यों नहीं दिखाई देती।
“मैं रांची का सात बार से विधायक हूं, 50 वर्षों से यहां रह रहा हूं। ईद के मौके पर काली मंदिर चौक से आगे चलना तक मुश्किल हो जाता है। मैं पुलिस को चुनौती देता हूं कि अगर हिम्मत है, तो मेन रोड से ईद बाजार हटाकर दिखाएं।”
— सीपी सिंह, विधायक, रांची
बाबूलाल मरांडी की प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उनके कार्यकाल में उन्होंने साफ आदेश दिए थे कि किसी भी धर्म का कोई भी आयोजन सड़क पर नहीं होगा। उन्होंने वर्तमान सरकार से भी यही सख्ती दिखाने की मांग की और कहा कि जनता को जाम जैसी समस्याओं से बचाने के लिए ऐसे बाजारों को शिफ्ट करना जरूरी है।
“मैंने बिना किसी भेदभाव के सड़क पर पूजा और अन्य आयोजनों पर रोक लगाई थी, ताकि आम जनता को कोई परेशानी न हो।”
— बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष
मंत्री दीपिका पांडेय सिंह का जवाब
सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ईद ही नहीं, छठ और अन्य त्योहारों पर भी बाजार सजते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल एक वर्ग विशेष को निशाना बना रही है।
“मैं रांची में पली-बढ़ी हूं। यहां हर त्योहार पर बाजार सजते हैं। केवल ईद को लेकर सवाल उठाना दुर्भावनापूर्ण है।”
— दीपिका पांडेय सिंह, मंत्री
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रांची के मेन रोड पर ईद बाजार लगाने का मामला अब सियासी रंग पकड़ चुका है। क्या प्रशासन को सभी त्योहारों के लिए समान नियम लागू करने चाहिए? क्या इस विवाद से राजधानी में सांप्रदायिक तनाव और बढ़ सकता है? आने वाले समय में सरकार और प्रशासन का रुख क्या रहेगा, इस पर हमारी नजर बनी रहेगी। जुड़े रहिए —
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