
#डुमरी #इंटरपरीक्षापरिणाम – प्लस टू हाई स्कूल डुमरी टांगरडीह का शानदार प्रदर्शन — लड़कियों ने मारी बाजी
- विद्यालय का कुल परीक्षाफल 98.80%, 165 विद्यार्थी हुए सफल
- संत्रिका डूंगड़ूंग ने 431 अंक प्राप्त कर पाया विद्यालय में प्रथम स्थान
- गुमला जिला की वरीयता सूची में संत्रिका ने हासिल किया आठवां स्थान
- टॉप 10 में छात्राओं का दबदबा, सभी ने 75% से अधिक अंक प्राप्त किए
- प्रधानाध्यापक और शिक्षकों ने दी सभी सफल विद्यार्थियों को शुभकामनाएं
टॉपर संत्रिका डूंगड़ूंग बनी क्षेत्र की प्रेरणा
प्लस टू हाई स्कूल डुमरी टांगरडीह ने इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 (कला संकाय) में शानदार सफलता हासिल की है।
कुल 168 विद्यार्थियों में से 165 सफल घोषित हुए, जिससे विद्यालय का परीक्षाफल 98.80% रहा।
इस सफलता में सबसे खास नाम रहा संत्रिका डूंगड़ूंग का, जिसने 431 अंक (86.2%) प्राप्त कर न सिर्फ विद्यालय टॉप किया, बल्कि गुमला जिले में आठवां स्थान भी प्राप्त किया।
टॉप 10 में दिखी लड़कियों की मजबूती
विद्यालय की ओर से जारी टॉप 10 विद्यार्थियों की सूची इस प्रकार रही:
- संत्रिका डूंगड़ूंग – 431 अंक (86.2%)
- सुनीता कुमारी – 430 अंक (86%)
- यशिका तिर्की – 425 अंक (85%)
- अंकिता तिर्की – 418 अंक (83.6%)
- कंचन कुमारी – 409 अंक (81.8%)
- लीलन्ति कुमारी – 405 अंक (81%)
- अल्फा लकड़ा – 400 अंक (80%)
- ज्योतिषमा कुमारी – 396 अंक (79.2%)
- इलियास तिर्की – 394 अंक (78.8%)
- सुशीला कुमारी – 381 अंक (76.2%)
इन आंकड़ों से साफ है कि छात्राओं ने इस बार की परीक्षा में शिक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है।
परिणाम वर्गीकरण और सफलता का सूत्र
प्रथम श्रेणी में 155 छात्र-छात्राएं,
द्वितीय श्रेणी में 10 छात्र,
अनुत्तीर्ण – 2
अनुपस्थित – 1
विद्यालय प्रशासन ने इस सफलता का श्रेय विद्यार्थियों की लगन, शिक्षकों के मार्गदर्शन और अभिभावकों के सहयोग को दिया।
प्रधानाध्यापक ने कहा: “हमारे छात्रों की मेहनत और शिक्षकों की लगन ने मिलकर इस ऐतिहासिक परिणाम को संभव किया है।”

न्यूज़ देखो: शिक्षा में उभरती प्रतिभाओं की नई पहचान
‘न्यूज़ देखो’ शिक्षा की सफलता की हर कहानी को महत्व देता है।
संत्रिका डूंगड़ूंग जैसी छात्रा की उपलब्धि न केवल विद्यालय के लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव का विषय है।
इस तरह की सफलताएं दिखाती हैं कि सरकारी स्कूलों में भी गुणवत्ता और प्रतिबद्धता से असाधारण परिणाम संभव हैं।
यह खबर उन हजारों विद्यार्थियों को प्रेरणा देती है, जो सीमित संसाधनों में भी उच्च लक्ष्य हासिल करने का सपना देखते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
पढ़ाई में मेहनत का कोई विकल्प नहीं
संत्रिका और अन्य सफल छात्रों की यह उपलब्धि हमें याद दिलाती है कि कड़ी मेहनत, नियमितता और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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