
#मेदिनीनगर #समाजसेवा : कड़ाके की ठंड में नयी संस्कृति सोसाइटी और संस्कार ने सैकड़ों जरूरतमंदों को दी राहत।
पलामू जिले के मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के ग्राम निमिया वार्ड संख्या तीन में कड़ाके की ठंड के बीच समाज सेवा की मिसाल देखने को मिली। नयी संस्कृति सोसाइटी और संस्कार संस्था के संयुक्त तत्वावधान में सैकड़ों जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण किया गया। कार्यक्रम में युवा समाजसेवी आशीष भारद्वाज ने सेवा को सच्ची राष्ट्र सेवा बताया। ठंड से बचाव के लिए चलाया गया यह अभियान मानवता और सामूहिक जिम्मेदारी का संदेश देता नजर आया।
- ग्राम निमिया वार्ड संख्या तीन में सैकड़ों जरूरतमंदों को कंबल वितरण।
- नयी संस्कृति सोसाइटी और संस्कार का संयुक्त समाजसेवी अभियान।
- आशीष भारद्वाज ने सेवा को सच्ची राष्ट्र सेवा बताया।
- बीते पाँच वर्षों से लगातार ठंड में चल रहा सेवा कार्य।
- समाजसेवियों, पूर्व सैनिकों और ग्रामीणों की व्यापक भागीदारी।
कड़ाके की ठंड और गिरते तापमान के बीच पलामू जिले के मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के ग्राम निमिया, वार्ड संख्या तीन में समाज सेवा का एक प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला। स्वयंसेवी संस्था नयी संस्कृति सोसाइटी और संस्कार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वृहद कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों जरूरतमंदों के बीच कंबलों का वितरण किया गया। इस पहल का उद्देश्य ठंड से जूझ रहे बेसहारा, बुजुर्ग और गरीब परिवारों को राहत पहुंचाना रहा।
सेवा ही जीवन की सार्थकता: आशीष भारद्वाज
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि युवा समाजसेवी आशीष भारद्वाज ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सेवा कार्य कोई नया नहीं है, बल्कि बीते पाँच वर्षों से लगातार हर ठंड के मौसम में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी ठंड की गंभीरता को देखते हुए लगभग प्रतिदिन मेदिनीनगर के किसी न किसी हिस्से में कंबल वितरण किया जा रहा है।
आशीष भारद्वाज ने कहा:
“हम सभी के सामूहिक प्रयास से रात के बारह बजे भी शहर के फुटपाथों पर सो रहे अपने परिजनों का हाल-चाल जानने निकलते हैं और उन्हें इस कड़ाके की ठंड में कंबल उपलब्ध कराते हैं। मानव का असली कार्य परोपकार ही है। हमारा सबकुछ छीना जा सकता है, लेकिन सेवा भाव कोई नहीं छीन सकता।”
उन्होंने आगे कहा कि यह शहर हम सभी का घर है और यहां रहने वाला हर व्यक्ति अपना है। अपनों की सेवा करना हर जागरूक नागरिक का कर्तव्य है। अपने शब्दों में उन्होंने कहा कि केवल अपने लिए जीना ही जीवन का उद्देश्य नहीं, बल्कि दूसरों के काम आकर ही जीवन की सार्थकता सिद्ध होती है।
सच्ची राष्ट्र सेवा का संदेश
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में सेवा और राष्ट्रभक्ति को जोड़ते हुए कहा:
“हम जहां खड़े हैं, हमारे हिस्से का हिंदुस्तान वहीं खड़ा है। अपनों की सेवा ही सच्ची राष्ट्र सेवा है। नयी संस्कृति सोसाइटी और संस्कार जैसी संस्थाएं समाज में सकारात्मक कार्य कर रही हैं, और उनके साथ खड़े होकर मुझे गर्व और आत्मिक संतोष की अनुभूति हो रही है।”
उन्होंने दोनों संस्थाओं को आश्वस्त किया कि भविष्य में उनके हर सकारात्मक सामाजिक कार्य में वे पूरी शक्ति के साथ सहयोग करते रहेंगे।
विशिष्ट अतिथि ने सराहा प्रयास
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित विनोद अग्रवाल ने संस्थाओं के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि समाज के वास्तविक जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाना अत्यंत सराहनीय कार्य है। उन्होंने समाज के हर सक्षम व्यक्ति से ऐसे प्रयासों में सहयोग करने की अपील की।
संस्था प्रमुखों ने साझा की सामाजिक प्रतिबद्धता
कार्यक्रम के दौरान संस्था के पदाधिकारियों ने भी समाज के प्रति अपनी जवाबदेही साझा की।
विशाल कुमार, अध्यक्ष नयी संस्कृति सोसाइटी ने कहा कि उनकी संस्था समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की मुस्कान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कड़ाके की ठंड में कोई भी बेसहारा न रहे, यही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है और आने वाले दिनों में यह अभियान शहर के अन्य हिस्सों में भी जारी रहेगा।
वहीं सुभद्रा द्विवेदी, सचिव संस्कार ने कहा कि संस्कार संस्था का मूल मंत्र ही सामाजिक उत्थान है। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में बुजुर्गों और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाना केवल एक सामाजिक कार्य नहीं, बल्कि ईश्वर की सेवा के समान है। संस्था भविष्य में भी इसी तरह सकारात्मक कार्यों के जरिए समाज में बदलाव लाने का प्रयास करती रहेगी।
कार्यक्रम में रही व्यापक सहभागिता
इस सेवा कार्यक्रम में शुभम हरलार्का, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के पूर्व अध्यक्ष गयादत पांडेय, और मनीष सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में नयी संस्कृति सोसाइटी के सचिव अजीत कुमार पाठक, प्रबंधक चंदा झा, दिलीप गिरी, उदय कुमार झा (संस्कार, कोषाध्यक्ष), राहुल गुप्ता और रिशु दुबे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके अलावा अरुण मेहता, अरुण चंद्रवंशी, डॉ. संजय मेहता, मनीष तिवारी, विवेक सिंह, वररुचि उपाध्याय, अमित पाठक, राहुल विश्वकर्मा, पुष्पेंद्र शर्मा, सूर्या, राजेंद्र भुइयां, हीरा मेहता, गुड्डन चंद्रवंशी, अजीत मेहता, रामलाल राम, रितेश सहित निमिया गांव वार्ड संख्या तीन के सैकड़ों वरिष्ठ ग्रामीण और जरूरतमंद मौजूद रहे।
सेवा से खिल उठे चेहरे
कंबल वितरण के दौरान जरूरतमंदों के चेहरों पर राहत और संतोष साफ झलक रहा था। ठंड से बचाव के लिए मिली सहायता ने न केवल उन्हें गर्माहट दी, बल्कि समाज के प्रति भरोसा भी मजबूत किया।

न्यूज़ देखो: समाज सेवा की सशक्त मिसाल
मेदिनीनगर में हुआ यह कंबल वितरण कार्यक्रम यह दर्शाता है कि सामूहिक प्रयास और सेवा भाव से समाज की बड़ी समस्याओं को भी कम किया जा सकता है। सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। ऐसे अभियान जरूरतमंदों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सेवा से ही समाज मजबूत होता है
ठंड हो या कोई और विपत्ति, समाज तभी मजबूत बनता है जब लोग एक-दूसरे का हाथ थामते हैं।
सेवा का यह भाव न केवल जरूरतमंदों को राहत देता है, बल्कि मानवीय मूल्यों को भी जीवित रखता है।
आप भी अपने आसपास जरूरतमंदों की मदद करें, अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और समाज सेवा की इस भावना को आगे बढ़ाएं।





