
#सिमडेगा #खेल_उपलब्धि : राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता में सिमडेगा की बालक और बालिका टीमों ने शानदार प्रदर्शन कर जीते सभी आयु वर्ग के खिताब।
- सिमडेगा जिला की हॉकी टीम ने अंडर 14, अंडर 17 और अंडर 19 वर्ग में शानदार जीत दर्ज की।
- अंडर 14 बालक और बालिका टीम दोनों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर ओवरऑल चैम्पियनशिप अपने नाम की।
- अनुप्रिया एक्का को बेस्ट प्लेयर और अनुभा केरकेट्टा को बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार मिला।
- अंडर 17 वर्ग में पुनिता मांझी बनीं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और सोनाली तिरकी को मिला बेस्ट गोलकीपर का सम्मान।
- अंडर 19 वर्ग में मनीष मिंज और मनीषा एक्का को क्रमशः प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार।
झारखंड राज्य स्तरीय खेलो झारखंड हॉकी प्रतियोगिता 2025-26 में सिमडेगा की हॉकी टीम ने एक बार फिर अपने प्रदर्शन से राज्यभर में नाम रोशन किया। प्रतियोगिता में बालक और बालिका दोनों श्रेणियों में सिमडेगा की टीम ने अपना वर्चस्व कायम रखते हुए कुल पांच वर्गों में शानदार जीत हासिल की।
अंडर 14 में सिमडेगा की लाडलियों का दबदबा
अंडर 14 बालिका वर्ग में सिमडेगा की खिलाड़ियों ने अद्भुत प्रदर्शन किया। अनुप्रिया एक्का को बेस्ट प्लेयर और अनुभा केरकेट्टा को बेस्ट गोलकीपर के रूप में सम्मानित किया गया। इन दोनों खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी टीम को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंडर 17 वर्ग में पुनिता और सोनाली का शानदार प्रदर्शन
अंडर 17 बालिका टीम ने अपनी उत्कृष्ट टीम भावना और रणनीतिक खेल से सबका ध्यान खींचा। पुनिता मांझी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और सोनाली तिरकी को बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार मिला। उनकी इस उपलब्धि ने सिमडेगा के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया।
अंडर 19 में मनीष और मनीषा ने मारी बाजी
अंडर 19 वर्ग में सिमडेगा के खिलाड़ियों ने भी अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरा। मनीष मिंज को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और मनीषा एक्का को बेस्ट गोलकीपर घोषित किया गया। दोनों खिलाड़ियों ने फाइनल मुकाबले में बेहतरीन समन्वय और मजबूत खेल दिखाया।
जिला खेल पदाधिकारी ने कहा: “सिमडेगा हॉकी की धरती है, और यहां के खिलाड़ी लगातार अपने प्रदर्शन से राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं। यह सफलता पूरे जिले के लिए प्रेरणादायक है।”

न्यूज़ देखो: सिमडेगा बनी झारखंड की हॉकी राजधानी
सिमडेगा एक बार फिर साबित कर रहा है कि हॉकी की असली ताकत ग्रामीण झारखंड के युवाओं में बसती है। यहां की बेटियां और बेटे कठिन परिस्थितियों के बावजूद अनुशासन, मेहनत और जुनून के साथ खेल के माध्यम से राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल से आत्मविश्वास और गौरव की राह
सिमडेगा की इस जीत ने न केवल जिले को गौरवान्वित किया बल्कि यह भी दिखाया कि समर्पण और अभ्यास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
अब समय है कि हम सब अपने क्षेत्रीय खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएं, उनके संघर्ष और सफलता की कहानियों को साझा करें।
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