
#हैदरनगर #अपराध : बीच बाजार से किशोर को उठाकर सुनसान इलाके में ले जाकर बेरहमी से मारपीट की गई।
पलामू जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दिनदहाड़े बीच बाजार से एक गरीब किशोर का अपहरण कर कानून-व्यवस्था को खुली चुनौती दी है। अपहृत किशोर को सुनसान इलाके में ले जाकर मारपीट की गई और 50 हजार रुपये की लेवी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित किसी तरह जान बचाकर थाना पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। इस घटना से इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
- हैदरनगर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े अपहरण की घटना।
- पीड़ित किशोर पवन कुमार प्रजापति के साथ बेरहमी से मारपीट।
- 50 हजार रुपये की लेवी नहीं देने पर हत्या की धमकी।
- बीच बाजार से जबरन उठाकर सुनसान इलाके भाई बिघा ले जाया गया।
- स्थानीय मुखिया संतोष सिंह ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।
पलामू जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र में घटित इस घटना ने क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अपराधियों द्वारा खुलेआम एक किशोर का अपहरण कर उसके साथ मारपीट करना यह दर्शाता है कि अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं। घटना के बाद से इलाके के आम लोग भय और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं।
चाय दुकान से हुआ अपहरण
पीड़ित किशोर पवन कुमार प्रजापति, पिता महेश प्रजापति, ग्राम-पोस्ट हैदरनगर, ने थाना में दिए अपने लिखित आवेदन में बताया कि करीब सात दिन पहले वह एसबीआई बैंक के नीचे स्थित अशोक चाय दुकान पर चाय पी रहा था। उसी दौरान मुमताज नामक युवक अपने तीन अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचा।
चारों ने चाय और सिगरेट पीने के बाद पवन से जबरन पैसे की मांग की। पवन द्वारा पैसे देने से इनकार करने पर उसे धमकाया गया और डराने की कोशिश की गई।
दोबारा घात लगाकर की गई वारदात
पीड़ित के अनुसार, बुधवार की शाम जब वह फिर से चाय पीने दुकान की ओर जा रहा था, तभी मुमताज और उसके तीन साथियों ने चाय दुकान की सीढ़ियों के पास उसे घेर लिया। आरोपियों ने उसका मुंह दबा दिया, मोबाइल फोन छीन लिया और जबरन उसे अपने साथ ले गए।
बीच बाजार से इस तरह उठाए जाने के बावजूद किसी के हस्तक्षेप न करने से अपराधियों का दुस्साहस साफ झलकता है।
सुनसान इलाके में बेरहमी से पिटाई
आरोपी किशोर को भाई बिघा नामक सुनसान इलाके में ले गए, जहां उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। पीड़ित के अनुसार, उसे लगातार पीटते हुए 50 हजार रुपये की लेवी देने का दबाव बनाया गया।
आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पैसा नहीं दिया गया तो उसकी हत्या कर शव रेलवे लाइन पर फेंक दिया जाएगा, ताकि यह हादसा प्रतीत हो।
किसी तरह बची जान
मारपीट और धमकियों के बीच किसी तरह मौका पाकर पवन वहां से भागने में सफल रहा। घायल अवस्था में वह सीधे हैदरनगर थाना पहुंचा और पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू किए जाने की बात कही जा रही है, हालांकि अब तक किसी गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय मुखिया संतोष सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बीच बाजार से किशोर का अपहरण होना यह साबित करता है कि अपराधियों में पुलिस का कोई भय नहीं रह गया है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
दहशत में आम लोग
इस घटना के बाद हैदरनगर क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है। दिनदहाड़े अपहरण, लेवी की मांग और हत्या की धमकी ने आम नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है।
स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि
क्या गरीब होना अपराध बन गया है?
क्या नशा करने वालों को पैसे न देना अब जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है?
पुलिस कार्रवाई पर टिकी नजर
फिलहाल पूरा इलाका यह देखने की प्रतीक्षा कर रहा है कि पुलिस इस गंभीर मामले में कितनी तेजी और सख्ती से कार्रवाई करती है।
लोगों में आशंका है कि कहीं यह मामला भी अन्य मामलों की तरह समय के साथ ठंडे बस्ते में न चला जाए।
न्यूज़ देखो: कानून-व्यवस्था की सख्त परीक्षा
हैदरनगर की यह घटना बताती है कि अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ चुका है और आम नागरिक कितने असुरक्षित हो गए हैं। पुलिस प्रशासन के लिए यह मामला कानून-व्यवस्था की बड़ी परीक्षा है। समय पर सख्त कार्रवाई ही जनता का भरोसा बहाल कर सकती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
डर के खिलाफ आवाज जरूरी
अपराध के खिलाफ चुप्पी अपराधियों को और मजबूत बनाती है। समाज को एकजुट होकर ऐसी घटनाओं का विरोध करना होगा और पीड़ितों के साथ खड़ा होना होगा।
आपको क्या लगता है, ऐसे मामलों में पुलिस को और क्या कदम उठाने चाहिए? अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और जागरूकता फैलाने में सहयोग करें।





