
#चंदवा #स्वच्छता_संकट : साप्ताहिक बाजार में जगह-जगह फैली गंदगी से लोग परेशान — सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप, प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल।
- चंदवा साप्ताहिक बाजार में चारों ओर कचरे का अंबार, फैली तेज़ दुर्गंध।
- दुकानदारों से वसूली नियमित, लेकिन सफाई व्यवस्था ठप।
- स्थानीय संगठनों ने नगर प्रशासन की लापरवाही पर उठाए सवाल।
- मच्छर-मक्खियों का प्रकोप, संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ा।
- प्रशासन ने जल्द विशेष सफाई अभियान चलाने का आश्वासन दिया।
चंदवा का शुक्रवारिय साप्ताहिक बाजार इन दिनों बदइंतजामी और गंदगी का प्रतीक बन गया है। पूरे बाजार परिसर और उसके आसपास कचरे का ढेर, सड़े हुए फल-सब्जियों के अवशेष और प्लास्टिक कचरे के कारण स्थानीय लोगों व खरीदारों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि बाजार परिसर में प्रवेश करते ही दुर्गंध और गंदगी से लोगों का हाल बेहाल हो जाता है।
सफाई व्यवस्था ध्वस्त, दुकानदारों में आक्रोश
सैकड़ों गांवों से हर शुक्रवार खरीदारी करने आने वाले ग्रामीणों का कहना है कि बाजार में सफाई की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। दुकानदारों से वसूली तो नियमित की जाती है, लेकिन सफाईकर्मी शायद ही कभी नजर आते हैं। कई उपभोक्ताओं ने बताया कि लगातार फैल रही बदबू के कारण लोग अब इस बाजार में आना तक पसंद नहीं कर रहे हैं।
एक दुकानदार ने बताया कि कई बार प्रशासनिक कर्मियों को शिकायत दी गई, मगर स्थिति जस की तस बनी हुई है। एक अन्य व्यापारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि “सफाई के नाम पर कुछ राशि ली जाती है, पर उसका असर कहीं नजर नहीं आता।”
सामाजिक संगठनों ने जताई चिंता
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने इस स्थिति को गंभीर और जनस्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया है। उनका कहना है कि नगर प्रशासन की लापरवाही से मच्छर और मक्खियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने भी चेतावनी दी है कि यदि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो डायरिया, मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां फैल सकती हैं।
प्रशासन का दावा — सफाई अभियान जल्द शुरू होगा
इस बीच, स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि बाजार क्षेत्र की स्वच्छता व्यवस्था को सुधारने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि ठेकेदारों और सफाईकर्मियों की जवाबदेही तय की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न उत्पन्न हो।
जनता की अपेक्षा है कि आने वाले सप्ताहों में चंदवा का यह प्रमुख बाजार अपनी पुरानी स्वच्छ और व्यवस्थित पहचान वापस पा सकेगा।

न्यूज़ देखो: लापरवाही की बदबू से जूझता चंदवा
चंदवा का यह दृश्य बताता है कि प्रशासनिक उदासीनता किस तरह जनता की बुनियादी सुविधाओं को प्रभावित करती है। वसूली के बावजूद यदि सफाई नहीं हो रही, तो यह सीधे तौर पर जवाबदेही की कमी को दर्शाता है। अब जरूरी है कि नगर प्रशासन न केवल सफाई अभियान चलाए बल्कि स्थायी निगरानी व्यवस्था भी सुनिश्चित करे, ताकि नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।
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सफाई से ही बनेगा सशक्त समाज
स्वच्छता सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि जनजिम्मेदारी है। अब वक्त है कि नागरिक और प्रशासन दोनों मिलकर चंदवा बाजार को स्वच्छता का उदाहरण बनाएं।
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