
#गिरिडीह #गौशाला_मेला : नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने किया दीप प्रज्वलन बच्चों की प्रस्तुतियों ने बांधा समां
- श्री गोपाल गौशाला मेला का 128वां वार्षिक आयोजन बुधवार से हुआ शुरू।
- नगर विकास मंत्री सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ।
- कार्यक्रम में गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार और एसडीएम श्रीकांत यशवंत विस्पुते रहे उपस्थित।
- बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए भक्ति और देशभक्ति का संदेश दिया।
- 29 अक्टूबर से 6 नवंबर तक चलेगा यह मेला लोगों में दिखा उत्साह और श्रद्धा।
गिरिडीह पचंबा स्थित श्री गोपाल गौशाला में बुधवार को वार्षिक 128वें मेले का शुभारंभ बड़े ही भव्य अंदाज़ में हुआ। पूरे परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। उद्घाटन समारोह में नगर विकास मंत्री सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने विधिवत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिले के एसपी डॉ. विमल कुमार, एसडीएम श्रीकांत यशवंत विस्पुते और कई वरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे।
भक्ति और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर हुआ वातावरण
गौशाला परिसर में आरती, मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के बीच वातावरण पूरी तरह आस्था और भक्ति से ओतप्रोत हो उठा। बच्चों और स्थानीय कलाकारों ने मंच पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। नन्हे कलाकारों ने श्रीकृष्ण लीलाओं और देशभक्ति पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों से खूब वाहवाही लूटी।
सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा: “श्री गोपाल गौशाला मेला गिरिडीह की पहचान है। यह मेला हमारी परंपरा, श्रद्धा और लोकसंस्कृति का जीवंत प्रतीक है। ऐसे आयोजन समाज को एकजुट करने का कार्य करते हैं।”
अतिथियों का हुआ सम्मान भक्तों में दिखी उमंग
कार्यक्रम के दौरान आयोजकों द्वारा सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। उपस्थित लोगों ने गौशाला परिसर में गौमाता की पूजा कर समाज में गौसंवर्धन और संरक्षण का संदेश दिया। मेला समिति के सदस्यों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी हजारों श्रद्धालु दूर-दराज से मेले में शामिल होने पहुंचे हैं।
परंपरा और सामाजिक एकता का प्रतीक
श्री गोपाल गौशाला मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि यह सामाजिक एकता और सहयोग की मिसाल भी है। मेला परिसर में लगने वाले हस्तशिल्प झूले स्थानीय उत्पादों के स्टॉल और भंडारा प्रसाद वितरण जैसी व्यवस्थाएं लोगों को आकर्षित कर रही हैं। महिलाएं और बच्चे पूरे उत्साह के साथ इस ऐतिहासिक मेले में शामिल हो रहे हैं।
एसपी डॉ. विमल कुमार ने कहा: “मेला शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संचालित हो इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
मेला समिति की तैयारियों की हुई सराहना
एसडीएम श्रीकांत यशवंत विस्पुते ने समिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने वर्षों से लगातार आयोजित हो रहा यह मेला गिरिडीह जिले की धार्मिक विरासत और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस आयोजन में हरसंभव सहयोग देता रहेगा।
आने वाले दिनों में बढ़ेगा उत्सव का रंग
आयोजकों के अनुसार यह मेला 29 अक्टूबर से 6 नवंबर तक चलेगा। आने वाले दिनों में भजन संध्या झांकी प्रदर्शन लोकगीत प्रतियोगिता और रात्रिकालीन आरती जैसे अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। श्रद्धालु और पर्यटक इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होकर भक्ति और उल्लास का अनुभव ले सकेंगे।
न्यूज़ देखो: परंपरा के साथ आधुनिकता की मिसाल बना यह मेला
श्री गोपाल गौशाला मेला न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि यह समाज में सांस्कृतिक जागरूकता और सामूहिकता की भावना को भी सशक्त करता है। ऐसे आयोजन स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देते हैं और सामाजिक समरसता की मिसाल पेश करते हैं। प्रशासन और आमजन की सहभागिता इसे और प्रभावशाली बनाती है।
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श्रद्धा और संस्कृति का संगम अब जिम्मेदारी हमारी
मेले जैसे आयोजन हमें याद दिलाते हैं कि संस्कृति तभी जीवित रहती है जब समाज मिलकर उसे आगे बढ़ाता है।
आइए हम सब इस परंपरा को संजोए रखें गौसंवर्धन और धार्मिक एकता के संदेश को फैलाएं।
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