
#दुमका #सड़कदुर्घटना : बारात से लौटने के दौरान नशे में धुत्त ड्राइवर की तेज रफ्तार वैन ने बैंड टीम को रौंदा—एक की मौत, पांच गंभीर रूप से घायल
- रेवा दास, पेशे से बैंड कलाकार, मारुति वैन की टक्कर से मौके पर ही मौत।
- दुमका में देर रात बारात से लौटते समय हुआ हादसा।
- वैन चालक नशे की हालत में था, तेज रफ्तार के कारण वाहन अनियंत्रित हुआ।
- बैंड टीम के 5 सदस्य गंभीर रूप से घायल, PJMCH अस्पताल में भर्ती।
- मृतक रेवा दास परिवार का इकलौता कमाने वाला, घर में मातम पसरा।
- पुलिस ने वाहन जब्त किया, चालक के फरार होने की सूचना।
दुमका में बुधवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने खुशियों को मातम में बदल दिया। बारात में धुन सजाकर घर लौट रहे बैंड कलाकार रेवा दास की मौत एक तेज रफ्तार मारुति वैन की टक्कर से हो गई। बारात की रौनक लौटते ही अचानक चीखों में बदल गई जब नशे में धुत्त चालक ने अनियंत्रित वाहन से पूरी बैंड टीम को कुचल दिया। हादसे में रेवा दास ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि उनके पांच साथी गंभीर रूप से घायल हो गए और सभी को तुरंत PJMCH अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रेवा दास वही कलाकार थे जो वर्षों से दूसरों की शादियों में खुशियों का संगीत बजाते आ रहे थे। लेकिन उसी रात, जब वे खुशी की धुनों को पीछे छोड़ घर लौट रहे थे, उनकी अपनी जिंदगी की धुन अचानक थम गई। उनके घर में इंतजार कर रहे परिवार को यह खबर बिजली की तरह लगी। जिस कंधे पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी, वह कंधा हमेशा के लिए ठहर गया, और रेवा दास की दुनिया से आवाज चली गई।
हादसा कैसे हुआ — प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात का समय था और बैंड टीम सड़क किनारे चल रही थी। तभी विपरीत दिशा से तेज रफ्तार में आ रही मारुति वैन अचानक अनियंत्रित हो गई और सीधा बैंड टीम की ओर लपकी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चालक नशे में था, जिसके चलते वह वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाया। टक्कर इतनी तेज थी कि रेवा दास को बचाया नहीं जा सका।
गंभीर रूप से घायल बैंड सदस्यों को स्थानीय लोगों ने सामूहिक प्रयास से सड़क से हटाकर तुरंत अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है और कई मरीजों को गहन निगरानी में रखा गया है।
नशे में ड्राइविंग का मामला — एक लापरवाही, कई जिंदगियां तबाह
दुमका में यह पहली घटना नहीं जब शराब पीकर वाहन चलाने वाले ड्राइवरों ने मासूम जिंदगियां छीन ली हों। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर रात में गुजरने वाले कई वाहन चालक शराब के नशे में दिखाई देते हैं, लेकिन निगरानी और रोकथाम की कमी के कारण दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। रेवा दास की मौत भी इसी लापरवाही की भेंट चढ़ गई।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
रेवा दास अपनी मेहनत, लगन और कला के लिए जाने जाते थे। वे अपनी बैंड टीम के अहम सदस्य थे और परिवार का मुख्य सहारा भी। उनकी मौत से परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में आज मातम का माहौल है—जहाँ कभी खुशियों के गीत गूंजते थे, आज चीखें और सन्नाटा है। परिजनों का कहना है कि रेवा की हर धुन आज भी कानों में गूंजती है, लेकिन अब वही धुन उन्हें भीतर तक तोड़ रही है।
गंभीर घायल साथियों का PJMCH में चल रहा इलाज
जो पांच साथी घायल हुए हैं, वे अब भी PJMCH अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रहे हैं। उनके नामों और स्थिति का विवरण पुलिस द्वारा एकत्र किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार कई गंभीर चोटें हैं, जिनमें सिर, छाती और पैरों पर गहरी चोटें पाई गई हैं। कुछ घायल अभी भी बेहोशी में हैं।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने दुर्घटना स्थल से मारुति वैन को जब्त कर लिया है। हालांकि चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर की पहचान जल्द करने और कठोर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि फरार आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ देखो: सिस्टम की चूक और लापरवाही की मार
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि नशे में ड्राइविंग केवल कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि एक सामाजिक अपराध है। रेवा दास जैसे मेहनतकश कलाकार, जो दूसरों के घरों में खुशियों की रौशनी फैलाते हैं, सिस्टम की छोटी-सी चूक के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। प्रशासन को चाहिए कि रात में चलने वाले वाहनों पर कड़ी निगरानी रखे, शराब जांच अभियान को नियमित बनाए और दुर्घटना-प्रवण इलाकों में विशेष पेट्रोलिंग की व्यवस्था करे। समाज की भी जिम्मेदारी है कि नशे में ड्राइविंग करने वालों की पहचान कर उन्हें रोकें, इससे पहले कि एक और परिवार उजड़ जाए।
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जीवन का संगीत सुरक्षित सड़कों से ही बचेगा
इस हादसे ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है—एक कलाकार, एक कमाने वाला, एक पिता, एक बेटा… सब कुछ एक क्षण में खत्म हो गया। अब समय है कि हम सड़क सुरक्षा को केवल नियम नहीं, बल्कि जिम्मेदारी की तरह अपनाएं। नशे में ड्राइविंग को लेकर समाज को सख्त रुख अपनाना होगा और प्रशासन को भी अपनी भूमिका मजबूती से निभानी होगी।
आपकी छोटी-सी जागरूकता किसी की जिंदगी बचा सकती है।
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