
#गढ़वा #प्रशासनिकसंवाद : एसडीएम संजय कुमार ने 12 नवंबर को नगर परिषद और नगर पंचायत के पूर्व जनप्रतिनिधियों को किया आमंत्रित
- सदर एसडीएम संजय कुमार का नियमित साप्ताहिक कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम इस बार नगर निकायों पर केंद्रित रहेगा।
- 12 नवंबर, प्रातः 11 बजे, एसडीएम सभाकक्ष में होगा संवाद कार्यक्रम।
- गढ़वा नगर परिषद और मझिआंव नगर पंचायत के निवर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधि होंगे शामिल।
- उद्देश्य – शहरी विकास और नागरिक सुविधाओं पर अनुभव व सुझाव प्राप्त करना।
- कार्यक्रम लगभग एक वर्ष से लगातार चल रहा है, हर सप्ताह अलग वर्गों से संवाद।
गढ़वा अनुमंडल प्रशासन की अभिनव पहल कॉफी विद एसडीएम का अगला सत्र इस सप्ताह बुधवार, 12 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। सदर एसडीएम संजय कुमार ने जानकारी दी कि इस बार संवाद सत्र में अनुमंडल क्षेत्र के दोनों नगर निकायों — गढ़वा नगर परिषद और मझिआंव नगर पंचायत — के निवर्तमान और पूर्व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। यह बैठक सुबह 11 बजे एसडीएम सभाकक्ष में आयोजित होगी।
अनुभव और सुझावों से सुदृढ़ होगा नगर विकास
एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि इस सत्र का मुख्य उद्देश्य स्थानीय मुद्दों और शहरी विकास से जुड़े विषयों पर पूर्व जनप्रतिनिधियों के अनुभव और सुझाव जानना है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र और जनप्रतिनिधियों के बीच सतत संवाद से विकेंद्रित विकास, बेहतर समन्वय और सामूहिक भागीदारी सुनिश्चित होती है।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा: “हमारा लक्ष्य है कि गढ़वा अनुमंडल के शहरी क्षेत्रों में विकास की दिशा में ठोस सुझाव प्राप्त हों। जनप्रतिनिधियों का अनुभव प्रशासन के लिए अमूल्य है।”
संवाद का विस्तार और निरंतरता
उन्होंने यह भी बताया कि कॉफी विद एसडीएम संवाद कार्यक्रम लगभग एक वर्ष से लगातार चल रहा है, जिसमें हर सप्ताह समाज के अलग-अलग वर्गों को आमंत्रित किया जाता है। इस मंच के माध्यम से नागरिक अपनी समस्याओं, विचारों और सुझावों को सीधे प्रशासन तक पहुंचा सकते हैं।
अब तक कई सत्रों में व्यवसायी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, पत्रकार और युवा वर्ग शामिल हो चुके हैं।
इस बार नगर निकायों के पूर्व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने का उद्देश्य प्रशासन को नीतिगत और जमीनी दृष्टिकोण दोनों से उपयोगी इनपुट प्रदान करना है, ताकि नागरिक सुविधाओं के स्तर में सुधार हो सके।
न्यूज़ देखो: संवाद से सशक्त प्रशासन की पहल
कॉफी विद एसडीएम जैसा कार्यक्रम प्रशासन और नागरिकों के बीच भरोसे की नई कड़ी बन रहा है। गढ़वा में यह पहल जनभागीदारी और पारदर्शिता को मजबूत कर रही है। पूर्व जनप्रतिनिधियों से संवाद लेकर प्रशासन शहरी विकास को अधिक प्रभावी दिशा में ले जा सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संवाद से विकास की राह
यह पहल बताती है कि संवाद ही समाधान की शुरुआत है। जब प्रशासन और जनता एक ही टेबल पर बैठते हैं, तो समस्याएं नहीं बल्कि समाधान जन्म लेते हैं। गढ़वा के नागरिकों को भी इस सहभागिता में अपनी भूमिका निभानी चाहिए ताकि शहर के विकास का सपना सामूहिक रूप से साकार हो।
अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और इस प्रेरक संवाद का हिस्सा बनें — क्योंकि बदलाव की पहली चिंगारी संवाद से ही जन्म लेती है।




