
#गढ़वा #वंदे_मातरम् : राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूरे होने पर डंडई थाना परिसर में हुआ भावपूर्ण समारोह
- डंडई थाना परिसर में वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर हुआ भव्य आयोजन।
- कार्यक्रम का नेतृत्व थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने किया।
- पुलिस कर्मियों और स्थानीय नागरिकों ने मिलकर किया राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन।
- समारोह में देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का शानदार संदेश प्रसारित हुआ।
- जनता-पुलिस समन्वय का बना प्रेरणादायक उदाहरण।
गढ़वा जिले के डंडई थाना परिसर में आज राष्ट्रगीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर देशभक्ति से ओतप्रोत वातावरण देखने को मिला। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस बल और आम नागरिकों ने मिलकर राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन किया। यह आयोजन केवल एक गीत-समारोह नहीं बल्कि राष्ट्रीय एकता, सामुदायिक सौहार्द और देशप्रेम का प्रतीक बन गया।
वंदे मातरम् के 150 वर्ष पर डंडई थाना में ऐतिहासिक समारोह
दिनांक 7 नवंबर 2025 को आयोजित इस समारोह का नेतृत्व थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने किया। उनके नेतृत्व में थाना के सभी पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों ने राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन किया, जिससे पूरा परिसर देशभक्ति की भावना से गूंज उठा।
समारोह में उपस्थित प्रमुख पुलिसकर्मियों में पुलिस अवर निरीक्षक श्रीकांत कुमार, सहायक अवर निरीक्षक कृष्ण कुमार प्रसाद, सतेंद्र राय, और जगरनाथ महतो शामिल थे। इसके अतिरिक्त वायरलेस ऑपरेटर उपेंद्र यादव, कंप्यूटर ऑपरेटर रामानंद यादव, हवलदार, सशस्त्र बल के जवान और चालक भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने कहा: “वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं बल्कि स्वतंत्रता संग्राम का महामंत्र है। यह हमें मातृभूमि के प्रति समर्पण और राष्ट्र की एकता की भावना को सशक्त करने की प्रेरणा देता है।”
जनता और पुलिस के बीच सशक्त एकता का संदेश
इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता रही जनता की सक्रिय भागीदारी। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर सामूहिक गायन में हिस्सा लिया। इस अद्भुत सहभागिता ने यह संदेश दिया कि राष्ट्रीय एकता केवल सरकारी प्रयासों से नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग की भागीदारी से संभव है।
जनता और पुलिस का यह संयुक्त उत्सव न केवल देशभक्ति का प्रतीक रहा, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि समाज और प्रशासन जब एक साथ खड़े होते हैं, तो राष्ट्र की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।
वंदे मातरम्@150 उत्सव का स्थानीय स्वरूप
‘वंदे मातरम्@150’ उत्सव देशभर में मनाया जा रहा है, और डंडई थाना का यह आयोजन इस राष्ट्रीय अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना। इस मौके पर थाना परिसर में मौजूद हर व्यक्ति ने इस ऐतिहासिक क्षण को गर्व और भावनाओं के साथ महसूस किया।
इस अवसर ने यह साबित किया कि वंदे मातरम् केवल एक राष्ट्रगीत नहीं बल्कि भारत की आत्मा का प्रतीक है—एक ऐसी भावना जो हर भारतीय के हृदय में बसती है।

न्यूज़ देखो: डंडई से उठी देशभक्ति की प्रेरणादायक गूंज
डंडई थाना का यह कार्यक्रम सिर्फ एक आयोजन नहीं बल्कि राष्ट्रीय एकता और जन-पुलिस सहभागिता का जीवंत उदाहरण बन गया। इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्र के प्रति समर्पण केवल शब्दों में नहीं बल्कि सामूहिक भावना में निहित होता है। स्थानीय जनता की उपस्थिति और पुलिस बल की भागीदारी ने “जनता की पुलिस” की सच्ची अवधारणा को मूर्त रूप दिया।
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एक स्वर में वंदे मातरम् – एकता और देशभक्ति की सच्ची अभिव्यक्ति
वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ हमें याद दिलाती है कि एक सशक्त राष्ट्र वही होता है जहां हर नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हो। अब समय है कि हम इस भावना को अपने जीवन में उतारें और अपने समाज में एकता, प्रेम और देशभक्ति का संचार करें।
आइए, हर घर में, हर हृदय में “वंदे मातरम्” की गूंज को जीवित रखें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और इस ऐतिहासिक अवसर को देशभक्ति के जन-उत्सव में बदलें।




