
#पलामू #वरदानचैरिटेबलट्रस्ट : ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे का हनुमान चालीसा, गुलाब और शॉल देकर स्वागत, सड़क सुरक्षा अभियान में सहयोग का किया आश्वासन
- वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने नवनियुक्त ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे का स्वागत किया।
- स्वागत के दौरान उन्हें हनुमान चालीसा, गुलाब और शॉल भेंट किया गया।
- ट्रैफिक प्रभारी ने टीम वरदान के साथ हर सड़क सुरक्षा अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया।
- संस्था की सचिव शर्मिला वर्मा ने हेल्मेट अनिवार्यता और जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
- मुख्य रूप से मंजू चंद्रा, रिया सिंह और शर्मिला वर्मा इस कार्यक्रम में शामिल रहीं।
मेदिनीनगर में आयोजित इस स्वागत समारोह में वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने नवनियुक्त ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे का हृदय से स्वागत किया। ट्रस्ट ने उन्हें हनुमान चालीसा, गुलाब और शॉल भेंट करते हुए आशा जताई कि उनके कार्यकाल में सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने का अभियान जारी रहेगा। ट्रैफिक प्रभारी ने भी टीम वरदान के कार्यों की सराहना की और हर कदम पर उनका सहयोग करने का विश्वास दिलाया।
ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे ने कहा: “हम हर कदम पर वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ हैं, आप जहां कहीं भी सड़क सुरक्षा अभियान के लिए मेरी जरूरत महसूस करें मैं वहां हर हाल में आऊंगा और आपका साथ दूंगा।”
वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की भूमिका और उद्देश्य
वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट जिले की एकमात्र ऐसी संस्था है जो सालों से विभिन्न स्कूल और कॉलेजों में जाकर छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी देती रही है। इसके अलावा चौक-चौराहों पर लोगों को संभावित खतरों से आगाह करने का काम करती है। संस्था का उद्देश्य केवल नियमों का पालन कराना नहीं, बल्कि जागरूकता बढ़ाकर दुर्घटनाओं की संभावना को कम करना है।
संस्था की सचिव शर्मिला वर्मा ने कहा: “हम चाहते हैं कि कोई भी बिना हेल्मेट के दोपहिया वाहन न चलाए। फाइन लगाने से ज्यादा जरूरी है लोगों को सुरक्षित रखना और जागरूक करना।”
ट्रैफिक प्रभारी का संदेश और भविष्य की योजनाएँ
सत्येंद्र कुमार दूबे ने टीम वरदान के साथ मिलकर विभिन्न सड़क सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित करने की योजना का भी संकेत दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वे टीम के साथ मिलकर सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर अभियान चलाएंगे ताकि दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सके।
मुख्य रूप से इस कार्यक्रम में मंजू चंद्रा, रिया सिंह और शर्मिला वर्मा उपस्थित थीं। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी टीम के साथ सहयोग किया और ट्रैफिक प्रभारी को संस्था की प्राथमिकताओं और योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

न्यूज़ देखो: वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट और ट्रैफिक प्रभारी का संयुक्त प्रयास सड़क सुरक्षा में नया उदाहरण
इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन और सामाजिक संस्थाएँ मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ा सकती हैं। ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे का सक्रिय सहयोग और ट्रस्ट का समर्पित प्रयास दर्शाता है कि सड़क सुरक्षा केवल नियमों का पालन कराने से नहीं बल्कि जागरूकता और सहयोग से सशक्त होती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा में सामूहिक जिम्मेदारी और जागरूकता का संदेश
सड़कों पर सुरक्षित रहने के लिए केवल नियमों का पालन करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को जागरूक करना भी ज़रूरी है। ट्रैफिक प्रभारी और वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट जैसे संगठन हमें यह संदेश देते हैं कि सहयोग, शिक्षा और सतर्कता से ही सड़क पर दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और अपने समुदाय में सड़क सुरक्षा का संदेश फैलाएं।




