
#मेदिनीनगर #कराटेचयनशिविर : संत मरियम विद्यालय में आयोजित शिविर में प्रतिभागियों का चयन इंडो-नेपाल ओपन इंटरनेशनल कराटे चैम्पियनशिप के लिए किया गया
- संत मरियम विद्यालय कजरी में 9 नवंबर को एक दिवसीय कराटे चयन एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन।
- विद्यालय की चारों शाखाओं के कराटेकारों ने बेसिक तकनीक, काता और फाइटिंग स्किल्स का प्रदर्शन किया।
- चयन की निगरानी अनुभवी प्रशिक्षकों—क्यूँशि डॉ. संतोष कुमार, शिहान अशुतोष पाण्डेय, शिहान सकेन्दर प्रजापति, सेन्साई शमशेर अंसारी, सेन्साई नटवर पाण्डेय, महिला प्रशिक्षक सेन्साई गोल्डी कुमारी और सेनपाई मीरा माखारिया ने की।
- 75 कराटेकार आगामी इंडो-नेपाल ओपन इंटरनेशनल कराटे चैम्पियनशिप (29-30 नवम्बर, डालटनगंज) के लिए चयनित।
- चयनित खिलाड़ियों को प्रशिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत मार्गदर्शन और प्रतियोगिता की तैयारी में सहायता प्रदान की गई।
संत मरियम विद्यालय कजरी के प्रांगण में 9 नवंबर को आयोजित कराटे चयन शिविर ने स्थानीय और विद्यालय के कराटे प्रतिभागियों के बीच उत्साह और प्रतिस्पर्धा का माहौल तैयार किया। शिविर का मुख्य उद्देश्य आगामी इंडो-नेपाल कॉन्टिनेंटल ओपन इंटरनेशनल कराटे चैम्पियनशिप के लिए प्रतिभागियों का चयन करना था। इस दौरान विद्यार्थियों ने अपने कराटे कौशल, अनुशासन और मानसिक फोकस का प्रदर्शन किया, जिसे अनुभवी प्रशिक्षकों ने बारीकी से मूल्यांकन किया।
चयन प्रक्रिया और प्रशिक्षण
शिविर में कराटेकारों ने बेसिक तकनीक, काता और फाइटिंग स्किल्स में अपनी दक्षता दिखाई। चयन की प्रक्रिया में तकनीक के साथ-साथ अनुशासन, मानसिक फोकस और प्रतियोगिता के लिए तैयार होने की क्षमता को भी प्रमुखता दी गई। अनुभवी प्रशिक्षकों—क्यूँशि डॉ. संतोष कुमार, शिहान अशुतोष पाण्डेय, शिहान सकेन्दर प्रजापति, सेन्साई शमशेर अंसारी, सेन्साई नटवर पाण्डेय, महिला प्रशिक्षक सेन्साई गोल्डी कुमारी और सेनपाई मीरा माखारिया ने सभी प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया और चयनित खिलाड़ियों को व्यक्तिगत मार्गदर्शन दिया।
छात्र अनिकेत कुमार ने कहा: “शिविर ने हमारी तकनीक और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद की। अब हम अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीत के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
चयनित खिलाड़ियों को मिला मार्गदर्शन
शिविर के अंत में 75 प्रतिभागियों का चयन किया गया, जो आगामी इंडो-नेपाल ओपन में भाग लेंगे। चयनित खिलाड़ियों को प्रशिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत मार्गदर्शन और रणनीति सिखाई गई, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर सकें।
चेयरमैन अविनाश देव ने कहा: “चयन में केवल तकनीक ही नहीं, बल्कि अनुशासन और मानसिक फोकस पर भी बराबर ध्यान दिया गया। हमारा उद्देश्य प्रतियोगियों को पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरना है।”
प्रतिभागियों और उनके अभिभावकों ने इस शिविर की सराहना की और कहा कि इसने न केवल कराटे तकनीक बल्कि आत्मविश्वास और मानसिक दृढ़ता भी बढ़ाई है।
न्यूज़ देखो: स्थानीय स्तर पर खेल प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच देने का प्रयास
यह शिविर दर्शाता है कि स्थानीय खेल संस्थान और प्रशिक्षक मिलकर युवा प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर सकते हैं। संत मरियम विद्यालय कजरी का यह कदम कराटे और खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए प्रेरक उदाहरण है। प्रशिक्षकों और आयोजकों की तत्परता से चयनित खिलाड़ी अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड का नाम रोशन करने को तैयार हैं।
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युवा प्रतिभाओं को मंच देना और खेल में अनुशासन सिखाना
स्थानीय विद्यालयों में ऐसे शिविर युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास और कौशल विकास की भावना को बढ़ावा देते हैं। यह समय है कि हम युवा प्रतिभाओं का समर्थन करें और उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुंचने का मार्गदर्शन दें।
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