
#पलामू #ग्रामीणस्वास्थ्य : सैकड़ों पशुओं का हुआ टीकाकरण, दी गई दवाएं और ग्रामीणों को दी गई जरूरी सलाह
- खोरहा चपका में पशुओं में फैल रहे रहस्यमयी रोग से मचा था हड़कंप।
- प्रखंड प्रमुख नीतू सिंह की पहल पर पशुपालन विभाग की टीम पहुंची गांव।
- सैकड़ों पशुओं की जांच, वैक्सिनेशन और दवा वितरण किया गया।
- पशुपालन पदाधिकारी जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में चली अभियान टीम।
- ग्रामीणों को जागरूकता और देखभाल की सलाह दी गई।
पलामू: पांडू प्रखंड के खोरहा चपका क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से पशुओं में फैल रहे रहस्यमयी रोग से गांव के लोग चिंतित थे। कई पशुओं के बीमार पड़ने और दूध उत्पादन में गिरावट आने की खबरें सामने आईं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रखंड प्रमुख नीतू सिंह ने तुरंत पशुपालन विभाग से हस्तक्षेप की मांग की।
नीतू सिंह की पहल से सक्रिय हुआ विभाग
नीतू सिंह के हस्तक्षेप के बाद पशुपालन पदाधिकारी जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में टीम शुक्रवार को गांव पहुंची। टीम में एआई वर्कर फिरोज अंसारी, भ्रमणशील पशु चिकित्सक प्रमोद पाठक और सुनील दुबे शामिल थे।
टीम ने गांव में पहुंचकर सैकड़ों पशुओं की जांच की और बीमारी के लक्षणों की पहचान कर वैक्सिनेशन अभियान शुरू किया।
पशुओं को दी गई दवा और पौष्टिक सप्लीमेंट्स
टीम ने दुधारू पशुओं को मिनरल मिक्चर, विटामिन सप्लीमेंट्स, और आवश्यक दवाइयां दीं ताकि संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सके और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े।
ग्रामीणों को बताया गया कि मौसम परिवर्तन के समय पशुओं की विशेष देखभाल जरूरी होती है। उन्हें साफ पानी, संतुलित चारा और उचित पोषण देने की सलाह दी गई।
ग्रामीणों को दी गई सावधानियां और सलाह
विभागीय टीम ने ग्रामीणों से अपील की कि बीमार पशुओं को अलग रखें और बिना पशु चिकित्सक की सलाह के कोई दवा न दें।
इस दौरान प्रमुख नीतू सिंह ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, प्रशासन और विभाग की निगरानी जारी रहेगी।
नीतू सिंह ने कहा: “ग्रामीणों के सहयोग से ही इस बीमारी पर नियंत्रण संभव है। हमें सतर्क रहकर अपने पशुधन की सुरक्षा करनी होगी।”
ग्रामीणों में दिखी राहत और विश्वास
गांव के लोगों ने प्रमुख नीतू सिंह और प्रशासनिक टीम का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पहले पशु चिकित्सक तक पहुंचना मुश्किल था, लेकिन अब विभागीय टीम खुद गांव में आकर सेवा दे रही है।
मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि सिंटू सिंह, शामा राम, उदय रजक, जय प्रकाश साहू, मधुसूदन राम, जोगेंद्र राम, सीएस सिंह, रामस्वरूप राम, दशईं राम, और गुड्डू राम सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
सभी ने मिलकर गांव में स्वच्छता, टीकाकरण और पशु स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाने का संकल्प लिया।
विभाग का मिशन: ग्रामीण पशुधन की सुरक्षा
पशुपालन पदाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने कहा: “हमारा उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के पशुधन की रक्षा करना और किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाना है।”
उन्होंने बताया कि टीम लगातार आसपास के प्रभावित इलाकों में भी अभियान चला रही है ताकि किसी भी संक्रमण को फैलने से पहले नियंत्रित किया जा सके।
न्यूज़ देखो: नीतू सिंह की पहल बनी मिसाल
ग्रामीण संकट के इस समय में प्रखंड प्रमुख नीतू सिंह की संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई ने एक मिसाल कायम की है।
उनकी पहल ने न केवल पशुओं को राहत दी बल्कि ग्रामीणों में यह विश्वास भी जगाया कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि हर परिस्थिति में उनके साथ खड़े हैं।
इस तरह के प्रयास ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त कदम हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वस्थ पशु, समृद्ध किसान
अब समय है कि हम सब पशुओं की देखभाल, टीकाकरण और स्वच्छता को प्राथमिकता दें।
प्रमुख नीतू सिंह की तरह हर पंचायत में यदि जनप्रतिनिधि जागरूकता बढ़ाएं, तो बीमारियों पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।
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