#लातेहार #आत्महत्या : पुलिस हवलदार संदीप टोप्पो ने घर में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली।
- महुआडांड़ थाना क्षेत्र के ग्राम अक्सी में हुई घटना।
- मृतक हवलदार की पहचान संदीप टोप्पो (पिता पतरूस टोप्पो) के रूप में हुई।
- संदीप टोप्पो हाल ही में रांची के सुखदेव नगर थाना में पदस्थापित थे।
- मानसिक तनाव के चलते घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की।
- शव को पोस्टमार्टम हेतु लातेहार भेजा गया, परिवार और गांव में शोक का माहौल।
लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के ग्राम अक्सी में सोमवार दोपहर एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब पुलिस हवलदार संदीप टोप्पो ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिवारजन उन्हें महुआडांड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि संदीप टोप्पो रांची के सुखदेव नगर थाना में पदस्थापित थे और कुछ दिन पहले ही छुट्टी पर अपने पैतृक गांव आए थे।
मानसिक तनाव बना आत्महत्या का कारण
परिजनों ने बताया कि संदीप टोप्पो पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव से जूझ रहे थे और उनका इलाज भी चल रहा था। इसी मानसिक स्थिति के कारण उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। परिवार के मुताबिक, वे हाल के दिनों में काफी चुपचाप और तनावग्रस्त रहते थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार दोपहर को उन्होंने अपने घर में फांसी लगाई। घरवालों ने जब दरवाजा नहीं खुलने पर आवाज लगाई तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। किसी तरह दरवाजा तोड़ा गया, तब तक संदीप टोप्पो की मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भेजा पोस्टमार्टम के लिए
घटना की सूचना मिलते ही महुआडांड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक छानबीन के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लातेहार भेज दिया। पुलिस ने बताया कि मामले की प्राथमिक जांच जारी है और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
मृतक हवलदार अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गए हैं। परिवार के सदस्यों पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है।
गांव में पसरा मातम, ग्रामीण कर रहे सांत्वना
घटना की खबर जैसे ही फैली, पूरे ग्राम अक्सी और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीण बड़ी संख्या में मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं। संदीप टोप्पो अपने व्यवहार और कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे। पुलिस महकमे में भी उनके निधन की खबर से शोक की लहर है। सहकर्मियों ने कहा कि वे हमेशा शांत, ईमानदार और अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहते थे।
न्यूज़ देखो: तनावग्रस्त समाज में मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल
हवलदार संदीप टोप्पो की आत्महत्या सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी पर समाज के लिए गहरी चेतावनी है। पुलिस जैसे जिम्मेदार पेशे में कार्यरत कर्मियों पर बढ़ते दबाव और तनाव को गंभीरता से समझना होगा। प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे कर्मियों को मानसिक परामर्श और सहयोग की सुविधा नियमित रूप से मिलती रहे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संवेदना और सजगता दोनों जरूरी
यह घटना हमें यह सिखाती है कि मानसिक संघर्ष अक्सर दिखते नहीं, लेकिन भीतर बहुत गहरे होते हैं।
अब समय है कि हम सब अपने आस-पास के लोगों की भावनात्मक स्थिति पर ध्यान दें, संवाद बढ़ाएं और मदद का हाथ बढ़ाएं।
अगर आप किसी को तनावग्रस्त देखें तो उन्हें अकेला न छोड़ें—बात करें, सुनें और पेशेवर सहायता लेने के लिए प्रेरित करें।
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