
#हुसैनाबाद #देवदीपावली : धरहरा जपला जमुहरी छठ घाट पर भव्य आयोजन में हजारों श्रद्धालु हुए शामिल, कलाकारों के भक्ति गीतों पर झूमे लोग
- धरहरा जपला जमुहरी छठ घाट पर देवदीपावली का भव्य आयोजन हुआ।
- चार धाम कमिटी और सूर्य मंदिर समिति ने मिलकर कार्यक्रम का सफल आयोजन किया।
- बिहार-झारखंड के आधा दर्जन भोजपुरी कलाकारों ने भक्ति गीतों से माहौल को भक्तिमय बना दिया।
- हजारों श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर घाट को रौशन किया।
- कार्यक्रम का संचालन अजय प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में हुआ।
हुसैनाबाद के धरहरा जपला जमुहरी छठ घाट पर इस वर्ष देवदीपावली का आयोजन अत्यंत भव्य तरीके से किया गया। चार धाम कमिटी और सूर्य मंदिर समिति द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर घाट को सुनहरी रोशनी से नहला दिया। पूरे घाट क्षेत्र में दीपों की कतारें सजीं और श्रद्धा के साथ वातावरण गूंज उठा।
भोजपुरी कलाकारों ने किया शानदार प्रदर्शन
आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा नेता अजय प्रसाद गुप्ता ने बिहार और झारखंड के प्रसिद्ध भोजपुरी कलाकारों को मंच पर आमंत्रित किया, जिन्होंने अपने भक्ति गीतों और प्रस्तुति से लोगों का दिल जीत लिया। कलाकारों में भोला व्यास, बीरेंद्र सहबाग, धीरज धाकड़, भीम सिंह, महेश लाल यादव, शुभम सिंह, आलोक निराला, सिपाही यादव, रविन्द्र पासवान और नृत्यांगना सपना पांडे शामिल रहीं।
इन कलाकारों ने भगवान सूर्य, हनुमान, शनिदेव और अयोध्या धाम की महिमा पर आधारित भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। जब बीरेंद्र व्यास ने अयोध्या धाम और भगवान श्रीराम की विशेषताओं पर आधारित प्रसंग सुनाया, तो श्रद्धालु तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठे।
श्रद्धा और भक्ति से सराबोर घाट
जमुहरी छठ घाट पर शाम ढलते ही दीपों की अनगिनत लौ से पूरा क्षेत्र जगमगा उठा। श्रद्धालुओं ने परिवार सहित दीपदान किया और भगवान सूर्य से सुख-समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के दौरान भक्तिमय संगीत और गीतों से घाट का माहौल आध्यात्मिक रंग में रंग गया।
मौके पर आयोजन समिति के मुकेश पटेल, सत्येंद्र गुप्ता, सुरेंद्र विश्वकर्मा, अशोक विश्वकर्मा, देवा पटेल, उपेंद्र यादव, लाला गुप्ता, अनिल शर्मा, सत्या पटेल, दीपक पटेल, शिव चौधरी और दीनानाथ गुप्ता ने सक्रिय भूमिका निभाई और कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
स्थानीय जनभागीदारी से बनी मिसाल
इस आयोजन में स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। महिलाएं आरती थाल लेकर घाट पर पहुंचीं और सामूहिक रूप से दीपदान किया। श्रद्धालुओं का कहना था कि देवदीपावली का यह आयोजन अब हुसैनाबाद क्षेत्र की पहचान बन चुका है, जो हर वर्ष सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था का प्रतीक बनता जा रहा है।
न्यूज़ देखो: सांस्कृतिक एकता और आस्था का संगम बना देवदीपावली उत्सव
जमुहरी छठ घाट पर आयोजित देवदीपावली ने यह संदेश दिया कि जब समाज एकजुट होकर श्रद्धा के दीप जलाता है, तो आस्था का प्रकाश हर दिल तक पहुंचता है। इस आयोजन ने धार्मिक एकता, लोक संस्कृति और जनसहभागिता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
दीप जलाएं, आस्था जगाएं
देवदीपावली का पर्व केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में एकता और प्रकाश फैलाने का संदेश है। हर व्यक्ति को अपने आस-पास सकारात्मकता और सद्भावना का दीप जलाना चाहिए। इस भव्य आयोजन से प्रेरणा लें, अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और सांस्कृतिक एकता का संदेश फैलाएं।




