
#हुसैनाबाद #शिक्षा_संस्थान : तीन दिवसीय मिलन समारोह में 1964 से 2020 तक के बैचों ने लिया हिस्सा।
- तीन दिवसीय पूर्व छात्र मिलन समारोह सोमवार को हार्वे हाइ स्कूल, हुसैनाबाद में संपन्न हुआ।
- 1964 से 2020 तक के बैचों के छात्र-छात्राएं देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे।
- विद्यालय की स्थापना 1935 में ब्रिटिश अधिकारी सी. डब्ल्यू. हार्वे ने की थी।
- कार्यक्रम का उद्घाटन सीताराम सिंह, सादिक अंसारी, राजेंद्र सिंह और अभिमन्यु अग्रवाल ने किया।
- विधायक संजय कुमार सिंह यादव ने कहा— हार्वे हाइ स्कूल को जल्द ही टेन प्लस टू दर्जा दिया जाएगा।
- आयोजन को सफल बनाने में बिनोद कुमार सिन्हा, गुप्तेश्वर राम, मीना सिंह और अन्य का योगदान रहा।
हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के ऐतिहासिक हार्वे हाइ स्कूल परिसर में तीन दिवसीय पूर्व छात्र मिलन समारोह सोमवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन में 1964 से 2020 तक के विभिन्न बैचों के पूर्व छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कार्यक्रम में देश के कई हिस्सों—दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, रांची, पटना और वाराणसी—से आए प्रतिभागियों ने अपनी पुरानी यादों को साझा किया।
विद्यालय की स्थापना ब्रिटिश शासन काल में 1935 में सी. डब्ल्यू. हार्वे द्वारा की गई थी। अपने 90 वर्षों के इतिहास में इस संस्थान ने देश और विदेश में कई डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, शिक्षक, अधिकारी और साहित्यकार तैयार किए हैं।
दीप प्रज्वलन से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
समारोह का उद्घाटन पूर्ववर्ती छात्र सीताराम सिंह, सादिक अंसारी, राजेंद्र सिंह और अभिमन्यु अग्रवाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद उपस्थित पूर्व छात्रों और छात्राओं ने अपना परिचय दिया।
शनिवार से ही विभिन्न शहरों से पूर्ववर्ती छात्रों का आगमन शुरू हो गया था। पुराने साथियों से मिलकर सभी ने उत्साह और भावनाओं से भरे पल साझा किए। कई छात्र अपने बच्चों और परिवार के साथ इस आयोजन में पहुंचे, जिससे विद्यालय का प्रांगण उल्लास और स्मृतियों से भर गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्रों जमशेद खान, रूमी अहमद, आशीष कुमार दास, अजय वर्मा, आनंद सिन्हा, जया मुखर्जी, सोमु चटर्जी, मीना सिंह और मनीष अग्रवाल ने अपने मधुर गायन और नृत्य प्रस्तुतियों से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वर्तमान कार्यपालक अभियंता और पूर्व छात्र गुप्तेश्वर राम ने की, जबकि संचालन बिनोद कुमार सिन्हा और मीना सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
विधायक संजय कुमार सिंह यादव बने मुख्य अतिथि
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व छात्र और वर्तमान विधायक सह राजद प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार सिंह यादव ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा कीं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल पुनर्मिलन नहीं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का मंच है।
विधायक संजय कुमार सिंह यादव ने कहा: “मैं आज इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नहीं, बल्कि एक पूर्व छात्र के रूप में शामिल हुआ हूं। पहले कम संसाधनों में भी शिक्षकों ने इस स्कूल में बेहतर शिक्षा का माहौल कायम किया था। आज संसाधन तो हैं, लेकिन वैसी भावना और अनुशासन की जरूरत है। हार्वे हाइ स्कूल को शीघ्र ही टेन प्लस टू का दर्जा दिया जाएगा।”
उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी आवश्यकताओं में कटौती कर बच्चों को शिक्षित करें, क्योंकि शिक्षा ही सबसे बड़ा निवेश है। इस मौके पर पूर्व छात्रा जया मुखर्जी ने विधायक को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही सभी पूर्व छात्रों को भी मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
विद्यालय का गौरवशाली इतिहास
हार्वे हाइ स्कूल का इतिहास 1935 से शुरू होता है जब ब्रिटिश अधिकारी सी. डब्ल्यू. हार्वे ने इसकी नींव रखी थी। इस स्कूल से निकलकर अनेक छात्र आज देश और विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। स्कूल ने समाज को कई आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर, डॉक्टर, प्रोफेसर, उद्योगपति और जनप्रतिनिधि दिए हैं।
पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह का मुख्य उद्देश्य अपने विद्यालय के गौरवशाली अतीत को याद करना और पुराने साथियों से पुनः जुड़ना रहा।
आयोजन समिति की सक्रिय भूमिका
समारोह को सफल बनाने में आयोजन समिति के सदस्यों — बिनोद कुमार सिन्हा, गुप्तेश्वर राम, राजेश गुप्ता, सैयद नौशाद, संजय ओझा, आशीष कुमार दास, हरिनंदन गिरी, भोला विश्वकर्मा, सैयद फिरोज, ऋषिकेश सिंह, सचिन शर्मा, नीरज गुप्ता, मो. मजहर, संदीप चंद्रवंशी, अंजनी सिंह, नर्मदेश्वर सिंह — का अहम योगदान रहा।
सभी ने एकजुट होकर कार्यक्रम की तैयारी, स्वागत व्यवस्था और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का सफल संचालन किया।
न्यूज़ देखो: शिक्षा के मूल्यों से जुड़ने का सुंदर प्रयास
हार्वे हाइ स्कूल का यह पूर्व छात्र मिलन समारोह केवल एक यादगार कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को जोड़ने वाली कड़ी है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवनभर जुड़ाव और प्रेरणा का माध्यम है। विद्यालय को टेन प्लस टू दर्जा मिलने से हुसैनाबाद क्षेत्र के विद्यार्थियों को नई शैक्षिक दिशा मिलेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
यादों से सीखें, भविष्य को बनाएं उज्जवल
हार्वे हाइ स्कूल के पूर्व छात्रों का यह मिलन दिखाता है कि संस्थान की जड़ें कितनी गहरी हैं। जब पुरानी पीढ़ी नई पीढ़ी को मार्ग दिखाती है, तभी समाज सशक्त होता है। शिक्षा और जुड़ाव — यही प्रगति की कुंजी है।
आइए, अपने स्कूल और शिक्षकों के योगदान को याद करें, बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प लें और इस खबर को साझा करें ताकि हर विद्यालय में ऐसी प्रेरणादायक परंपरा जीवित रहे।




