
#चंदवा #राजनीतिक_घमासान : सदस्यता अभियान के बाद भाजपा की प्रेस वार्ता पर झामुमो नेताओं ने तथ्यों के साथ दिया जवाब।
लातेहार जिले की राजनीति में उस समय तीखा मोड़ आया जब झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर सार्वजनिक रूप से पलटवार किया। चंदवा स्थित पथ निर्माण विभाग के विश्राम गृह में आयोजित प्रेस वार्ता में झामुमो नेताओं ने भाजपा की हालिया बयानबाजी को तथ्यविहीन और जनता को गुमराह करने का प्रयास बताया। पार्टी नेताओं ने कहा कि सदस्यता अभियान में बड़ी संख्या में लोगों के जुड़ने से भाजपा असहज है और इसी बेचैनी में निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। इस प्रेस वार्ता ने जिले की राजनीति में नई सरगर्मी पैदा कर दी है।
- चंदवा में झामुमो की प्रेस वार्ता में भाजपा के आरोपों का जवाब।
- 13 दिसंबर को 100 से अधिक लोगों के झामुमो में शामिल होने का उल्लेख।
- भाजपा पर तथ्य छिपाने और भ्रम फैलाने का आरोप।
- पंचायत प्रतिनिधियों को बरगलाने के आरोप को झामुमो ने बताया निराधार।
- आरओबी सहित स्थानीय मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप।
लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड में आयोजित इस प्रेस वार्ता ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा हाल में की गई प्रेस वार्ता को पूरी तरह से भ्रामक बताते हुए कहा कि भाजपा जनता के बीच अपनी गिरती पकड़ को छिपाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है। प्रेस वार्ता का आयोजन चंदवा के इंदिरा गांधी चौक स्थित पथ निर्माण विभाग के विश्राम गृह में किया गया।
सदस्यता अभियान के बाद बढ़ी राजनीतिक बेचैनी
झामुमो नेताओं ने कहा कि रांची स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हाल ही में हुए सदस्यता अभियान के बाद भाजपा में असहजता साफ दिख रही है। 13 दिसंबर को लातेहार जिला अध्यक्ष लाल मोती नाथ शाहदेव के नेतृत्व में 100 से अधिक प्रबुद्ध लोगों ने झामुमो की सदस्यता ग्रहण की थी। इनमें भाजपा से जुड़े कई पूर्व पदाधिकारी, शुभचिंतक और समर्थक भी शामिल थे।
झामुमो का कहना है कि इसी घटनाक्रम के बाद भाजपा ने प्रेस वार्ता कर पार्टी पर आरोप लगाए, जो पूरी तरह से तथ्यहीन हैं।
सौरभ श्रीवास्तव ने रखा मजबूती से पक्ष
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता और अब झामुमो से जुड़े युवा नेता सौरभ श्रीवास्तव ने कहा:
सौरभ श्रीवास्तव ने कहा: “भाजपा की प्रेस वार्ता उनकी राजनीतिक हताशा को उजागर करती है। अपने ही पूर्व पदाधिकारियों को सदस्य मानने से इनकार करना जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि नितिन कुमार, जो वर्ष 2021 में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष थे, उन्हें भाजपा नेताओं ने 2019 में निष्कासित बताया, जो सरासर असत्य है। सौरभ श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी आंतरिक टूट को छिपाने के लिए झामुमो पर आरोप मढ़ रही है।
पंचायत प्रतिनिधियों को लेकर आरोपों का खंडन
भाजपा द्वारा लगाए गए इस आरोप पर कि चंदवा के 15 पंचायत प्रतिनिधियों को बरगलाकर झामुमो में शामिल कराया गया, सौरभ श्रीवास्तव ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुने गए जनप्रतिनिधि होते हैं और उन्हें बरगलाने की बात करना स्वयं में अपमानजनक है।
उन्होंने बताया कि सदस्यता ग्रहण करने के अगले ही दिन मैक्लुस्कीगंज रिसॉर्ट में आयोजित बैठक में आठ पंचायत प्रतिनिधियों ने झामुमो के सिद्धांतों पर काम करने की प्रतिबद्धता जताई थी।
स्थानीय मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप
झामुमो नेताओं ने कहा कि चंदवा प्रखंड और पूरे लातेहार जिले में कई गंभीर समस्याएं मौजूद हैं। इनमें रेल ओवरब्रिज (आरओबी) का मुद्दा प्रमुख है, लेकिन इस पर न तो विधायक और न ही सांसद गंभीरता दिखा रहे हैं।
झामुमो का आरोप है कि भाजपा जनहित के इन मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय अनावश्यक राजनीतिक बयानबाजी कर रही है, ताकि जनता का ध्यान मूल समस्याओं से भटकाया जा सके।
भ्रष्टाचार के आरोपों पर झामुमो का पलटवार
भाजपा द्वारा राज्य सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को झामुमो ने सिरे से खारिज कर दिया। सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा की प्रेस वार्ता में ऐसे लोग शामिल थे, जिन पर लोहा, बालू, पत्थर और कोयला से जुड़े गंभीर आरोप रहे हैं और कई मामलों में न्यायालय में सुनवाई लंबित है।
सौरभ श्रीवास्तव ने कहा: “ऐसे लोगों के साथ बैठकर सरकार पर आरोप लगाना भाजपा की नैतिक कमजोरी को उजागर करता है।”
अन्य नेताओं के बयान
प्रेस वार्ता में चंदवा के उपप्रमुख अश्विनी कुमार मिश्रा ने कहा कि झामुमो से जुड़े नए सदस्य क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और यही कारण है कि जनता का भरोसा पार्टी पर बढ़ रहा है।
वहीं जिला उपाध्यक्ष शीतमोहन मुंडा ने कहा कि झामुमो की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा घबराई हुई है, लेकिन जनता सच्चाई को समझ रही है।
युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अंकित तिवारी ने केंद्र सरकार पर छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इन मुद्दों पर स्थानीय विधायक मौन रहते हैं, जबकि झामुमो पर बेवजह आरोप लगाए जाते हैं।
प्रेस वार्ता में मौजूद प्रमुख चेहरे
इस प्रेस वार्ता में झामुमो के चंदवा प्रखंड अध्यक्ष मनोज चौधरी, जिला उपाध्यक्ष शीतमोहन मुंडा, युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अंकित तिवारी, हाल ही में पार्टी से जुड़े रोहित अग्रवाल, नितिन कुमार, मनीष कुमार उर्फ चांदो, मोहम्मद सरफराज, बबलू राही, दारा सिंह देव, ओझा माल्हन के मुखिया जतरु मुंडा, गुलाम रब्बानी सहित बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
राजनीति में बढ़ती हलचल
प्रेस वार्ता के बाद लातेहार जिले में राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। झामुमो और भाजपा के बीच बयानबाजी ने यह संकेत दे दिया है कि आने वाले दिनों में जिले की राजनीति और अधिक गर्माने वाली है।
न्यूज़ देखो: सियासी बयानबाजी बनाम जनहित के सवाल
यह घटनाक्रम दिखाता है कि सदस्यता अभियान के बाद राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। सवाल यह है कि क्या जनहित से जुड़े मुद्दों पर ठोस चर्चा होगी या राजनीति इसी तरह आरोपों तक सीमित रहेगी। जनता अब जवाब चाहती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
लोकतंत्र में सवाल पूछना जरूरी
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