
#लोहरदगा #भ्रष्टाचार : VB-G-RAM-G के मास्टर रोल पर हस्ताक्षर के नाम पर रिश्वत मांगने का मामला, एसीबी ने की सख्त कार्रवाई।
लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक पंचायत सचिव को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। VB-G-RAM-G योजना के तहत किए गए कार्य के मास्टर रोल पर हस्ताक्षर के लिए 15 हजार रुपये की मांग की गई थी। पीड़ित की शिकायत पर एसीबी ने जाल बिछाकर यह कार्रवाई की।
- 15 हजार रुपये रिश्वत लेते पंचायत सचिव गिरफ्तार।
- VB-G-RAM-G (पूर्व मनरेगा) के मास्टर रोल में हस्ताक्षर के बदले मांगी गई थी घूस।
- सेन्हा प्रखंड के भड़गांव और डांडू पंचायत से जुड़ा मामला।
- एसीबी रांची की टीम ने डीएसपी के नेतृत्व में की कार्रवाई।
- कांड संख्या 22/25 दर्ज कर जांच में जुटी एसीबी।
लोहरदगा जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर सख्त संदेश देते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सेन्हा प्रखंड के पंचायत सचिव को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शुक्रवार को उस समय की गई, जब पंचायत सचिव VB-G-RAM-G योजना के तहत कराए गए कार्य के मास्टर रोल पर हस्ताक्षर के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था।
किस पंचायत से जुड़ा है मामला
गिरफ्तार पंचायत सचिव की पहचान सुरेंद्र गुप्ता के रूप में हुई है, जो सेन्हा प्रखंड के भड़गांव और डांडू पंचायत में पदस्थापित हैं। आरोप है कि उन्होंने चितरी अंबा टोली निवासी कृष्णा उरांव की पत्नी तारामुनी उरांव से VB-G-RAM-G (पूर्व मनरेगा) योजना के तहत कराए गए कार्य में मजदूरों के मस्टर रोल पर हस्ताक्षर करने के बदले रिश्वत की मांग की थी।
पीड़ित परिवार के अनुसार, योजना के तहत कार्य पूरा होने के बावजूद पंचायत सचिव बिना अवैध राशि लिए आवश्यक हस्ताक्षर करने से इनकार कर रहा था। लगातार दबाव और परेशानियों से तंग आकर पीड़ित ने एसीबी से संपर्क करने का निर्णय लिया।
पीड़ित की शिकायत पर एसीबी की कार्रवाई
कृष्णा उरांव ने पूरे मामले की लिखित शिकायत एसीबी रांची में दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने प्रारंभिक जांच कराई, जिसमें रिश्वत मांगने के आरोप सही पाए गए। इसके बाद डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया और सेन्हा प्रखंड कार्यालय में जाल बिछाया गया।
शुक्रवार को जैसे ही कृष्णा उरांव ने पंचायत सचिव सुरेंद्र गुप्ता को तयशुदा 15 हजार रुपये रिश्वत के रूप में दिए, वैसे ही एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर पंचायत सचिव को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
प्रखंड कार्यालय में मचा हड़कंप
पंचायत सचिव की गिरफ्तारी के बाद सेन्हा प्रखंड कार्यालय में अफरा-तफरी और हड़कंप का माहौल बन गया। एसीबी की टीम ने पंचायत सचिव को काफी देर तक प्रखंड कार्यालय परिसर में ही एक वाहन में बैठाकर रखा और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की।
इसके बाद एसीबी ने पंचायत सचिव के आवास पर भी तलाशी अभियान चलाया। हालांकि तलाशी में क्या-क्या बरामद हुआ है, इसकी विस्तृत जानकारी एसीबी द्वारा जांच पूरी होने के बाद साझा की जाएगी।
कांड दर्ज, जांच जारी
पंचायत सचिव की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, रांची ने आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी की है। एसीबी ने इस मामले में रांची एसीबी कांड संख्या 22/25 दर्ज कर लिया है। ब्यूरो के अनुसार, पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और यह भी पता लगाया जाएगा कि इस तरह की अवैध वसूली में कोई अन्य अधिकारी या कर्मचारी शामिल तो नहीं है।
VB-G-RAM-G योजना पर उठे सवाल
इस घटना ने VB-G-RAM-G (विकसित भारत ग्रामीण रोजगार एवं आजीविका गारंटी) योजना की जमीनी हकीकत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार जहां इस योजना को पारदर्शी और तकनीक आधारित बताती है, वहीं जमीनी स्तर पर कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगने की घटनाएं योजना की मंशा पर सवाल खड़े करती हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मजदूरों और लाभुकों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए आज भी अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं और कई बार अवैध मांगों का सामना करना पड़ता है।
न्यूज़ देखो: भ्रष्टाचार पर सख्त संदेश
लोहरदगा में पंचायत सचिव की गिरफ्तारी यह साफ संकेत देती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई लगातार तेज हो रही है। हालांकि यह भी सच है कि जब तक जमीनी स्तर पर निगरानी मजबूत नहीं होगी, तब तक ऐसी घटनाएं सामने आती रहेंगी। अब देखना यह है कि जांच में और क्या खुलासे होते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
ईमानदारी ही सुशासन की नींव
सरकारी योजनाएं गरीबों और मजदूरों के लिए होती हैं, न कि घूसखोरी के लिए।
यदि आप भी किसी भ्रष्टाचार का शिकार हैं, तो डरें नहीं, शिकायत करें।
आपका एक कदम कई लोगों को न्याय दिला सकता है।
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